Kuno National Park: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों की आमद की खबरों के बीच यह भी जिज्ञासा है कि क्या चीता (Cheetah) और तेंदुआ (Leopard) एक जैसे ही होते हैं या उनमें अंतर होता है? या फिर दोनों में से कौन ताकतवर (Cheetah vs Leopard) है? दिखने में भले ही ये दोनों जानवर लगभग एक जैसे दिखते हों, लेकिन इनमें काफी अंतर होता है। चाहे गति का मामला हो या फिर ताकत का दोनों ही जानवरों की अपनी-अपनी विशेषताएं हैं। कूनो में अफ्रीका के नामीबिया से चीते लाए जा रहे हैं। अफ्रीका में भी अब गिनती के ही चीते बचे हैं।
जहां तक ताकत की बात है तो चीते की तुलना में तेंदुआ ज्यादा ताकतवर होता है, जबकि गति के मामले में चीते का कोई जोड़ नहीं है। तेंदुआ इस मामले में उसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। तेंदुआ आमतौर पर अकेला रहना पसंद करता है, वहीं नर चीते समह में रहते हैं। मादा चीता जरूर अकेले रहती है। हालांकि उसके बच्चे उसके साथ होते हैं। शिकार के समय उसे बच्चों का भी ध्यान रखना पड़ता है।
हालांकि चीते की गति का कोई जोड़ नहीं है, लेकिन वह लंबे समय तक नहीं दौड़ सकता है। भारत समेत एशिया के लगभग हर देश से चीता विलुप्त हो चुका है। ईरान में जरूर कुछ चीते पाए जाते हैं, जो कि मध्य ईरान के पठारी इलाकों में रहते हैं।
-
चीते की चमड़ी का रंग हल्का पीला या ऑफ व्हाइट हो सकता है।
-
चीते का सिर छोटा और गोल होता है।
-
छाती ऊंची और पेट पतला होता है।
-
चीते के फर पर गोल या अंडाकार आकार के काले धब्बे होते हैं।
-
तेंदुए के धब्बे समूहों में बने होते हैं।
-
चीते के चेहरे पर आंखों के कोने से मुंह तक एक काली लाइन आती है।
-
चीते की आंखें थोड़ी पीली दिखती है।
-
चीते शेर की तरह दहाड़ नहीं सकते। ये बिल्लियों की तरह गुर्राते हैं या फिर पुर्र की आवाज निकालते हैं।
-
-
-
चीते का पिछला पैर की मांसपेशियां बड़ी और ताकतवर होती हैं। इनसे इसको गति मिलती है।
-
शिकार का पीछा करते समय चीते के शरीर का तापमान 105 डिग्री फेरनहाइट या 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
-
चीता सबसे तेज दोड सकता है, लेकिन लंबी दूरी तक नहीं दौड़ सकता।
-
चीता 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 100 मीटर तक, जबकि 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 500 मीटर तक दौड़ सकता है।
-
दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले इंसान उसैन बोल्ट से चीतों का रफ्तार करीब दोगुनी होती है।
-
7 मीटर यानी 23 फुट लंबी छलांग! और चीते ये रफ़्तार तीन सेकेंड में हासिल कर लेते हैं. अच्छी से अच्छी स्पोर्ट्स कार को भी इतनी रफ़्तार हासिल करने में 6 सेकेंड लग जाते हैं।
-
दौड़ते वक्त चीता घोड़े की तरह आधे समय हवा में रहता है।
-
चीते की एशियाई नस्ल का सिर और पैर अपेक्षाकृत छोटे होते हैं। उनकी चमड़ी और रोएं मोटे होते हैं।
-
-
-
अफ्रीकी चीतों के मुकाबले उनकी गर्दन भी मोटी होती है।
-
चीतों के विलुप्त होने की बड़ी वजह यह है कि इनके बच्चे मुश्किल से ही बच पाते हैं। शेर, लकड़बग्घे, बबून और शिकारी परिंदे इनका शिकार कर लेते हैं।
-
मादा चीता सिर्फ सेक्स के लिए नर चीते से मिलती है।
-
नर चीते 4-5 के झुंड में भी रहते हैं।
-
चीता अपने शिकार को पीछा करते समय मारता है।
-
अपने शिकार को खाने में चीता देर नहीं करता।
-
चीते का औसत वजन करीब 72 किलोग्राम होता है।
-
तेज गति से शिकार करने के लिए चीते को खुले इलाके की जरूरत होती है।
-
तेंदुए का सिर बड़ा होता है।
-
तेंदुए की चमड़ी पीले रंग की होती है।
-
तेंदुए की चमड़ी पर काले धब्बे होते हैं, लेकिन उनका आकार फिक्स नहीं होता।
-
तेंदुए के चेहरे पर धब्बे समूहों में फैले होते हैं, जो उसके शरीर पर दिखते हैं।
-
तेंदुए की आंख चमकीले नीले और हरे रंग की दिखाई देती है।
-
तेंदुआ शेर की तरह गुर्राहट के साथ दहाड़ता भी है।
-
तेंदुए घात लगाकर हमला करने में माहिर होते हैं।
-
पूंछ गोलाकार ट्यूब जैसी होती है। तेंदुए भी अपनी पूंछ का उपयोग शारीरिक संतुलन के लिए करते हैं।
-
-
-
तेंदुए के आगे के पैर पीछे के पैर की तुलना में ज्यादा बड़े होते हैं। इससे उन्हें शिकार को पेड़ पर खींचकर ले जाने में मदद मिलती है।
-
तेंदुए के नाखून खटकेदार चाकू की तरह होते हैं, जो जरूरत पड़ने पर बाहर निकल आते हैं। वह इनका उपयोग शिकार करते समय, पेड़ों पर चढ़ते समय, लड़ते समय या फिर शिकार पर पंजा मारते समय करता है।
-
-
-
तेंदुए के पंजे ताकतवर और मजबूत ग्रिप वाले होते हैं, जिनकी मदद से वह खड़ी चट्टानों पर भी चढ़ जाता है।
-
तेंदुआ चीते की तुलना में अत्यधिक ताकतवर होता है। उसका पंजा चीते को जख्मी कर सकता है।
-
ये आमतौर पर पेड़ों के ऊपर, घने जंगल या झाड़ियों में छिप रहते हैं।
-
तेंदुए अधिकतर रात में ही शिकार करते हैं।