देश के कई राज्यों के अलग-अलग हिस्से बाढ़ की चपेट में आने से आम लोगों का जनजीवन प्रभावित हो गया है। दक्षिणी राज्यों में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। तेज बारिश और बाढ़ के कारण महाराष्ट्र में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल में 42 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कर्नाटक में भी बाढ़ से हालत काफी खराब हैं। यहां करीब 10 लोगों की मौत हुई है। देश के 10 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को लोगों को उमस से राहत मिल सकती है।
खबरों के मुताबिक, अगले 2 दिन कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के इलाकों में बारिश के आसार हैं। कोल्हापुर में बचाव दल की 22 टीमें काम कर रही हैं, जबकि सांगली में 11 टीमें काम कर रही हैं। महाराष्ट्र में बारिश के कारण 1 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ के कारण करीब 2.85 लाख लोग विस्थापित किए गए हैं। महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ से हालात बेहद खराब हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि कर्नाटक अलमाटी बांध से पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ें, जिससे पश्चिमी महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित जिलों में जलस्तर कम हो सके।
तेज बारिश और बाढ़ के कारण महाराष्ट्र में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल में 42 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कर्नाटक में भी बाढ़ से हालात काफी खराब हैं। यहां करीब 10 लोगों की मौत हुई है। सेना, वायुसेना, नौसेना, एनडीआरएफ समेत अन्य टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं। तीनों राज्यों के बाढ़ प्रभावित इलाकों से लाखों लोगों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बचाव अभियान लगातार जारी है।
गुजरात में बनाए गए सरदार सरोवर बांध के गेट शुक्रवार को पहली बार खोलकर पानी छोड़ा गया है। इस बांध में पानी के स्तर की सीमा 131 मीटर है। इसे ही बरकरार रखने के लिए इससे पानी छोड़ा गया है। वहीं उत्तर प्रदेश में बारिश से तापमान में कमी आई है। राजधानी में आज सुबह से बादल छाए हुए हैं। हालांकि मौसम विभाग ने अभी दो-तीन दिनों तक बारिश की चाल सुस्त रहने का अंदेशा जताया है।
मध्य प्रदेश के मौसम का मिजाज बदला हुआ है, राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी है। राज्य में बीते एक सप्ताह से मॉनसून की सक्रियता ने अधिकांश हिस्सों को तरबतर कर दिया है। कई हिस्सों में तो बारिश के चलते जनजीवन तक अस्त व्यस्त हो गया। शुक्रवार की सुबह से ही राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कहीं बादल छाए हुए हैं तो कहीं बौछारें पड़ रही हैं। भोपाल में भारी वर्षा के बाद भदभदा बांध के दो द्वार खोले गए हैं।
राज्य के अधिकतर स्थानों में पिछले 24 घंटों में जमकर बारिश होने से नदी-नाले उफान पर आ गए। बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान से बह रही है, जिससे हथनूर बांध के सभी 41 गेट खोल दिए गए हैं। अगले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के इंदौर, धार, खंडवा, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, नीमच, रतलाम, शाजापुर, देवास, मंदसौर, आगर, राजगढ़, गुना, श्योपुरकलां, सीहोर, होशंगाबाद एवं हरदा जिलों में भारी वर्षा के साथ-साथ कहीं-कहीं पर बहुत ज्यादा वर्षा होने की संभावना है।
राजस्थान के कई इलाकों में मॉनसून की बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को भी जयपुर, कोटा व डबोक सहित अनेक शहरों में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य के राजसमंद, बांसवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर एवं सिरोही जिलों में 5 से सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले चौबीस घंटे में पूर्वी राजस्थान में कई जगह पर भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।