गुजरात, महाराष्ट्र के तटीय इलाकों और उत्तर भारत में मानसून पहुंच चुका है, यहां कई स्थानों पर बारिश के कारण भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिली है। वहीं दिल्ली समेत कई राज्यों में अभी भी उमस बरकरार है। हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड के कई हिस्सों में धूलभरी आंधी और बारिश की संभावना है। इसके अलावा मध्यप्रदेश, केरल, मेघालय, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
खबरों के मुताबिक, मानसून गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में पहुंच चुका है, जहां कई स्थानों पर तेज बारिश हो रही है। भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को इससे राहत पहुंची है। मुंबई में आमतौर पर मानसून 10 जून को पहुंचता है तो इस बार 2 सप्ताह की देरी से पहुंचा है। अगले सप्ताह तक दिल्ली-एनसीआर में मानसून की दस्तक हो सकती है। इस दौरान तेज सतही हवा भी चलेगी, जिससे गर्मी से काफी हद तक निजात मिल जाएगी।
उत्तराखंड में परिस्थितियां अनुकूल होने के चलते अगले 48 घंटे में मानसून ज्यादातर हिस्सों में पहुंच सकता है। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल और चंपावत के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। कानपुर-बुंदेलखंड और मध्य उत्तर प्रदेश में सोमवार को हुई मानसूनी बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया और गर्मी-उमस झेल रहे लोगों ने राहत की सांस ली। बुधवार को कुछ जिलों में बारिश होने से लोगों ने राहत महसूस की है।
शिमला और कुल्लू में प्री मानसून बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में बदले मौसम के मिजाज से मैदानी क्षेत्रों में गर्मी से राहत मिली है। प्रदेश में एक या दो जुलाई तक मानसून पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार देश के कई हिस्सों में मानसून पहुंच गया है। हिमाचल में एक-दो जुलाई तक मानसून पहुंच सकता है।
मौसम के खराब मिजाज को देखते हुए जिला प्रशासन ने सैलानियों से नदी-नालों के साथ-साथ संवेदनशील इलाकों की ओर आवाजाही न करने की हिदायत दी है। जम्मू-कश्मीर में मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच राज्य में मानसून के देरी से पहुंचने के आसार हैं। केरल से मानसून पूरी तरह से अभी सक्रिय नहीं हुआ है, जिसका असर राज्य में दिखेगा। वर्ष 2018 में 28 जून को मानसून ने जम्मू-कश्मीर में दस्तक दी थी।
मध्य प्रदेश के इंदौर में मानसून ने मंगलवार को दस्तक दे दी है। इस बार 13 दिन की देरी से मानसून आया है। इंदौर में मानसून की दस्तक के साथ ही मालवा-निमाड़ के कई इलाके तर हो गए। इस बार मानसून बंगाल की खाड़ी से आया है। पिछले 6 साल में यह तीसरा मौका है, जब मानसून ने मालवा के बजाय जबलपुर-छतरपुर तरफ से दस्तक दी है। इस साल प्रदेश में दो तरफा मानसून सक्रिय हुआ है।