चक्रवात वायु की तीव्रता कम होने के कारण अरब सागर की ओर बढ़ने के लिए मानसूनी हवाओं का मार्ग प्रशस्त हो गया है, जिसके बाद अगले 2-3 दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। चक्रवात वायु के 17 जून की मध्यरात्रि तक कम दबाव के क्षेत्र में उत्तर गुजरात के तट से होकर गुजरने की उम्मीद है। वहीं दूसरी ओर झारखंड, बिहार और ओडिशा में गर्मी से लोग बेहाल हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण भारत में मानसून की सक्रियता के बाद यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है। हालांकि चक्रवात वायु के कारण इसकी रफ्तार प्रभावित हुई और यह सुस्ती के साथ आगे बढ़ रहा है। मानसून की सुस्त गति के कारण इसमें 43 फीसदी तक कमी का अनुमान है।
मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गोवा में 59 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई है तो पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के इलाकों में 47 फीसदी तक की कमी रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने दावा किया है कि 18 और 19 जून को अच्छी बारिश होने के आसार बन रहे हैं। सोमवार को बादल छा सकते हैं। तेज हवाओं के बीच बौछारें पड़ सकती हैं। दिन का अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रह सकता है।
उधर, कई राज्यों में गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। झारखंड, बिहार और ओडिशा में गर्मी से लोग बेहाल हैं। बारिश नहीं होने के कारण दक्षिण भारत के राज्यों और महाराष्ट्र के जलाशयों में जल स्तर पिछले 10 वर्षों के औसत से भी कम हो गया है।
महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक पिछले दिनों जो बारिश हुई, वह चक्रवात के कारण हुई। केवल केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों में ही मानसून के कारण बारिश हुई। बारिश का इंतजार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को भी है, जहां लोग तपिश का सामना कर रहे हैं। हालांकि रविवार सुबह हुई बूंदाबादी और तेज हवा चलने से यहां तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है।