नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई हिस्सों में शुक्रवार को बारिश हुई। उत्तराखंड के टिहरी और पौड़ी में बादल फट गए। वहीं, देर शाम दिल्ली और एनसीआर में धूलभरी आंधी चली। उधर, पंजाब में भी मौसम में बदलाव देखने को मिला। चंडीगढ़ में दिन में अंधेरा छा गया और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। राजस्थान में गर्मी का कहर जारी रहा। चुरू में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।
पौडी में बादल फटे : उत्तराखंड के टिहली, पौडी और नैनीताल में बादल फटने से नदी नाले उफान पर आ गए। कई जगह घरों में पानी घुस गया। बद्रीनाथ हाईवे भी बारिश की वजह से कई घंटों तक बंद रहा। पौडी जिले में थलीसैंण ब्लाक के बामोर्थ गांव में बादल फटने के दौरान छह गौशालायें बह गईं जिसमें एक बैल की मृत्यु हो गयी तथा 10 अन्य पालतू पशु घायल हो गए।
दिल्ली में धूलभरी आंधी : दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार रात धूलभरी आंधी आने से लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिली। आईजीआई हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि आंधी के कारण कुछ उड़ानों के मार्ग बदले गए। दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और गाजियाबाद में आंधी आई।
आंधी के कारण अधिकतम तापमान रात साढ़े आठ बजे 42 डिग्री सेल्सियस से गिरकर रात नौ बजे 35 डिग्री पर आ गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी राजधानी में आंधी आने का अनुमान जताया है।
राजस्थान में गर्मी का कहर, चुरू सबसे गर्म : राजस्थान में गर्मी का कहर अभी भी जारी है। चुरू का अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री ऊपर 49.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 49.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल में तेज आंधी-तूफान : हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में तूफान आ गया जिसमें कई पेड़ उखड़ गए और आंधी की वजह से शिमला और आस - पास के इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। राज्य में चंबा, कांगरा, शिमला और कई अन्य जगहों पर तेज हवाएं चलने और बारिश होने से तापमान में गिरावट आई।
मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी से राहत, कुछ स्थानों पर हुई बारिश : भीषण गर्मी से जूझ रहे मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कुछ स्थानों पर हुई हल्की बारिश के चलते गर्मी से थोड़ी राहत रही। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के अनुसार इंदौर, मंदसौर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर और बैतूल सहित कुछ अन्य इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इसके चलते आज प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर पारा एक से दो डिग्री तक लुढ़क गया। वहीं मैदानी इलाकों में हवाओं का रुख बदलने से नमी आ रही है, जिससे तापमान में गिरावट देखी जा रही है।