नई दिल्ली। उत्तर भारत तेज गर्मी की चपेट में है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत के राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में गर्मी की स्थिति और भयावह होगी।
हमारे विशेष प्रतिनिधि के मुताबिक पारे में इस बढ़ोतरी के पीछे मौसम के जानकार विदर्भ क्षेत्र में चल रही हीट वेव को कारण मानते हैं। बंगाल की खाड़ी में अभी तक फनी साइक्लोन का खतरा मंडरा रहा है और यहां पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुना है।
मौसम विज्ञानी के मुताबिक साइक्लोन का मानसून के तुरंत पहले आना मानसून पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और अगर साइक्लोन 1 सप्ताह से ज्यादा बना रहा तो मानसून के आने में देरी हो सकती है।
मप्र में पारा तोड़ रहा है रिकॉर्ड : मध्यप्रदेश में अप्रैल के आखिरी सप्ताह में पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा है। जैसे-जैसे अप्रैल का महीना खत्म हो रहा है, वैसे-वैसे गर्मी के तेवर भी तीखे होते जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश के खरगोन में पारा सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए लगातार दूसरे दिन 46.6 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं इंदौर में पारा 42.6 डिग्री, भोपाल में 42.3 डिग्री, ग्वालियर में 42.5 और जबलपुर में 42.7 डिग्री दर्ज किया गया।
मध्यप्रदेश के सबसे गर्म शहरों में खरगोन, भोपाल, इंदौर, जबलपुर व होशंगाबाद शामिल हैं। मौसम विभाग के मुताबिक खरगोन 46.6 डिग्री तापमान के साथ देश का सबसे गर्म शहर बना। पारे में इस बढ़ोतरी के पीछे मौसम के जानकार विदर्भ क्षेत्र में चल रही हीट वेव को कारण मानते हैं।
मौसम विज्ञानी पीके साह ने बताया कि अभी मानसून के आने में 1 महीने का समय है, ऐसे में पारा और चढ़ेगा, वहीं दक्षिण में उठ रहे साइक्लोन का प्रभाव तटीय क्षेत्रों पर अधिक रहेगा। 30 अप्रैल को आंध्रप्रदेश में साइक्लोन दस्तक दे सकता है जिसका प्रभाव 1 सप्ताह तक बने रहने की आशंका है।
साह ने बताया कि साइक्लोन का मानसून के तुरंत पहले आना मानसून पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और अगर साइक्लोन 1 सप्ताह से ज्यादा बना रहा तो मानसून के आने में देरी हो सकती है।