जम्मू। पाकिस्तानी सेना ने सिर्फ अखनूर सेक्टर में ही नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर से सटी सारी अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर अपनी सेना का जमावड़ा बढ़ाया है। जहां उसने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चिकन नेक और सांबा क्षेत्र में टैंक डिवीजनों को तैनात किया है वहीं एलओसी के क्षेत्रों में उसने अपने तोपखानों को तैनात कर दिया है।
इसकी पुष्टि रक्षाधिकारियों ने की है जिनका कहना था कि सर्जिकल स्ट्राइक-2 के बाद सीमाओं पर जबरदस्त तनाव का माहौल है जिस कारण हजारों सीमावासियों द्वारा सरकारी निर्देशों के बाद पलायन के लिए बोरिया बिस्तर बांध लिया है।
यहां सबसे ज्यादा जमावड़ा : रक्षा सूत्रों द्वारा मुहैया करवाई जाने वाली जानकारी के अनुसार, जम्मू सीमा के अखनूर सेक्टर के सामने वाले क्षेत्रों में विशेषकर चिकन नेक क्षेत्र में, पाक सेना ने एक टैंक डिवीजन को तैनात किया है। जबकि अखनूर से पंजाब की ओर बढ़ने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जहां उसके पैदल दस्तों के सैनिक तैनात हैं, वहीं सांबा में बसंतर दरिया के किनारे भी वह टैंकों की दो रेजिमेंटों को तैनात कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सारी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक सेना के जवान तैनात हो रहे हैं और भारी सैनिक साजोसामान भी पाक सेना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ला रही है। रक्षाधिकारियों ने बताया कि अखनूर के भूरे चक गांव से आरंभ होकर करगिल के तुर्तुक तक जाने वाली एलओसी के सेक्टरों क सामने वाले पाक कब्जे वाले कश्मीर में पाक सेना की भारी हलचल हो रही है।
खतरनाक है पाक सेना के इरादे : अधिकारियों ने बताया कि पाक सेना नई हवाई पट्टियां तथा बंकर और खंदकें भी बना रही है, जो यह संकेत देते हैं कि पाक सेना के इरादे अच्छे नहीं हैं। हालांकि सबसे अधिक हलचल पुंछ सेक्टर तथा साथ ही लगते हाजी पीर सेक्टर में है, जहां पाक सेना गोलों की बरसात पिछले चार दिनों से लगातार कर रही है। और इसी के सामने वाले इलाकों में मंगलवार तड़के सर्जिकल स्ट्राइक-2 हुई है।
रक्षाधिकारी कहते हैं कि पाक सेना के इरादों तथा तैयारियों के मद्देनजर भारतीय पक्ष को भी रक्षात्मक तैयारियां करनी पड़ रही हैं। हालांकि पाक सेना की तैयारियों को आक्रामक तथा हमलावर के रूप में लेते हुए भारतीय सेना का कहना है कि वे रक्षात्मक तैयारियों में जुटे हुए हैं जिसके अंतर्गत ठीक उसी प्रकार के प्रबंध अब एलओसी तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा के क्षेत्रों में किए जा रहे हैं जो पाक हमले का मुहंतोड़ उत्तर देने के लिए ठीक होते हैं।
सेना ने गांव खाली कराए : सीमा पर बढ़े तनाव के बाद हजारों लोगों ने अपना बोरिया बिस्तर बांध लिया है। वे दहशत भरे माहौल में रहने को तैयार नहीं हैं क्योंकि वे जानते हैं कि दोनों ओर हो रही सैनिक तैयारियां युद्ध में बदल सकती हैं और इससे पहले कि उन्हें युद्ध की तपन को महसूस करना पड़े वे सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना चाहते हैं।
सैनिक सूत्रों के अनुसार, सेना ने भी उन गांवों को खाली करवाया है जो पाक हमले की सूरत में पाक सेना को जवाब देने में बाधा बन सकते हैं। ऐसे खाली करवाए गए गांवों में पुंछ, राजौरी के सेक्टरों के अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय सीमा के कुछ गांव भी शामिल हैं जो अखनूर सेक्टर में चिकन नेक में स्थित हैं।