नई दिल्ली। फिल्म पद्मावत के विरोध में केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी खुलकर सामने आ गए हैं।
जनरल सिंह ने कहा कि जब चीजें सहमति से नहीं होती है तो वहां गड़बड़ी होती है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इतिहास को तोड़फोड़ करने की इजाजत नहीं देती है। जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठकर इसको सुलझाया जाए। जब चीजें सहमति से नहीं होती हैं तो फिर उसमें गड़बड़ होती है।
सिंह ने भी फिल्म का यह कहते हुए विरोध किया है कि तथ्यों से परे इतिहास को नहीं दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म और जाति तथा ऐतिहासिक तथ्य से हटकर फिल्में नहीं बननी चाहिए। अगर इससे किसी जाति या धर्म को ठेस पहुंचती है तो वैसी फिल्में नहीं बननी चाहिए।
गौरतलब है कि करणी सेना के भारी विरोध प्रदर्शनों के बीच आज संजय लीला भंसाली की चर्चित फिल्म पद्मावत सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है।
इस फिल्म को पिछले साल दिसंबर में रिलीज होनी थी, लेकिन करणी सेना के भारी विरोध और सेंसर बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट देने में देरी के कारण इसकी रिलीज बढ़ा दी गई थी। बाद में सेंसर बोर्ड की सलाह पर इस फिल्म का नाम पद्मावती से बदलकर पद्मावत कर दिया गया था। (वार्ता)