KRV protest against non Kannada signboards : दक्षिण भारत के राज्यों में भाषा के नाम पर तोड़फोड़ और हिंसा जोर पकड़ने लगी है। बुधवार को कर्नाटक रक्षणा वेदिके (KRV) के सदस्यों ने बेंगलुरु (Bengaluru) में वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों द्वारा साइनबोर्ड कन्नड़ भाषा में नहीं लिखने पर जमकर हंगामा मचाया। पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों से सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
बेंगलुरु में विरोध रैलियां निकालीं और अंग्रेजी में लिखे बोर्डों और होर्डिंग्स तोड़ दिए गए। केआरवी के समर्थकों ने दुकानों और मॉल पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने एमजी रोड, लावेल रोड, हेब्बल और एयरपोर्ट रोड जैसे प्रमुख इलाकों में दुकानों को निशाना बनाया।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्य रूप से स्टारबक्स, थर्ड वेव और शहर भर के शॉपिंग मॉल को निशाना बनाया। विरोध प्रदर्शन के बाद हेब्बाल में फीनिक्स मॉल ऑफ एशिया और व्हाइटफील्ड में फीनिक्स मॉल को बंद कर दिया गया और इन क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि वे समय सीमा में विश्वास नहीं करते हैं और शहर के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा तत्काल कन्नड़ साइनबोर्ड लगाने की मांग की।
क्या है नियम : बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया कि सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को 28 फरवरी, 2024 तक साइनबोर्ड पर 60 प्रतिशत कन्नड़ भाषा सुनिश्चित करनी होगी। बीबीएमपी ने कहा कि ऐसा करने में विफल रहने पर व्यावसायिक प्रतिष्ठान अपने व्यापार लाइसेंस खो देंगे या कानूनी कार्रवाई का सामना करेंगे। एजेंसियां