सीजेआई बोले, अवकाशकालीन पीठ 'hybrid mode' में करेगी सुनवाई, नए मामले भी सुने जाएंगे

Webdunia
मंगलवार, 16 मई 2023 (18:08 IST)
hybrid mode: नई दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने मंगलवार को कहा कि शीर्ष अदालत की अवकाशकालीन पीठ 'हाइब्रिड मोड' (hybrid mode)(प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरीके) में सुनवाई करेगी ताकि वकील विभिन्न स्थानों से पेश हो सकें। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि अवकाशकालीन पीठ नए मामलों की भी सुनवाई करेगी। पीठ में न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला भी शामिल थे।
 
शीर्ष अदालत में 22 मई से 2 जुलाई तक ग्रीष्मावकाश है और केवल अवकाशकालीन पीठें अत्यावश्यक मामलों पर सुनवाई करेंगी। सीजेआई ने मंगलवार को सुनवाई की शुरुआत में कहा कि अवकाशकालीन पीठ नई याचिकाओं को विचारार्थ स्वीकार करने से संबंधित सुनवाई 'हाइब्रिड मोड' में करेगी, जहां वकील व्यक्तिगत रूप से और वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई में हिस्सा ले सकते हैं।
 
पीठ ने कहा कि अगर कोई कहीं और जाना चाहता है और वहां से सुनवाई में हिस्सा लेना चाहता है तो आपका स्वागत है। केवल एक शर्त है कि वकील के ठीक से कपड़े हों। सीजेआई ने कहा कि 300 से अधिक नए मामलों, जिन्हें सुनवाई के लिए नहीं लिया जा सका है, उन्हें अवकाशकालीन पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जाएगा।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

Noida: युवती का अश्लील वीडियो बना सोशल मीडिया पर डाला, मुकदमा दर्ज

UP: पिता ने जुड़वां बच्चियों को जहर देकर मारने के बाद फांसी लगाकर की खुदकुशी

LIVE: गौतम अदाणी के खिलाफ आरोपों पर विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही स्थगित

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में माओवादियों ने 2 लोगों की हत्या कर दी

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

अगला लेख
More