अमेरिका – ईरान के बीच तनाव का सीधा असर भारत पर पड़ रह है। ईरान की अमेरिका के खिलाफ बदले कार्रवाई के बाद शेयर बाजार में गिरावट का रूख देखने को मिल रहा है तो इसका सीधा असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ा है। अमेरिका – ईरान के तनाव और ईरानी की बदले की कार्रवाई के बाद अंर्तराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 4.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखने को मिली जिसका सीधा असर अब भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ेगा और आने वाले दिनों में लोगों को महंगा पेट्रोल और डीजल मिलेगा। भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी तेल ईरान से आयात करता है।
वेबदुनिया से बातचीत बाजार विशेषज्ञ आदित्य मनियां जैन कहते हैं कि अमेरिका और ईरान तनाव का सीधा असर भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ना तय है। वह कहते हैं कि जैसे जैसे यह तनाव बढ़ेगा वैसे वैसे शेयर बाजार में एक बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी और दूसरी सोने और चांदी की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा। इसके साथ ही डॉलर के मुकाबले जहां रुपया भी कमजोर होगा वहीं कच्चे तेल की कीमतों में भी बढोत्तरी देखने को मिलेगी।
ईरान की अमेरिका के खिलाफ बदले की कार्रवाई के बाद सोने की कीमतें 600 रुपए और चांदी की कीमतों में 800 रुपए की तेजी आ चुकी है। तनाव के बीच सोने की कीमतें 41 हजार पार कर गई है औ चांदी की कीमतों 50 हजार प्रति किलो की ओर तेजी से बढ़ रही है। मार्केट के जानकार आदित्य मनियां जैन कहते हैं कि ईरान के जवाबी हमले के बाद अब अगर अमेरिका पलटवार करता है तो सोना और चांदी के दामों में रिकॉर्ड ऊंचाई देखने को मिल सकती है।
बातचीत में आदित्य मनियां जैन कहते हैं कि अमेरिका –ईरान तनाव के असर से बाजार में एक टेंशन का माहौल दिख रहा है जिसके असर से शेयर बाजार में भी अस्थिरता देखने को मिल रही है। इसके चलते शेयर बाजार में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है और मार्केट में यह ट्रेंड अगले कुछ दिनों तक दिखाई देगा।
वह कहते हैं कि अमेरिका और ईरान के तनाव का सीधा असर भारत पर पड़ेगा क्योंकि भारत और ईरान के बड़े पैमाने पर व्यापारिक संबंध है। खाडी में इस नए तनाव का असर शेयर बाजार से लेकर कच्चे तेल और सोने –चांदी की कीमतों पर देखने को मिलेगा।