नई दिल्ली। उन्नाव दुष्कर्म केस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले की सुनवाई अब उत्तरप्रदेश से बाहर होगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सीबीआई के अफसरों को भी तलब करते हुए उनसे स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के अफसरों को 12 बजे केोर्ट में उपस्थित होने को कहा है। दिल्ली में फास्ट ट्रैक कोर्ट में उन्नाव केस की सुनवाई होगी।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को लिखे पत्र पर संज्ञान लेते हुए अपने सेक्रेटरी जनरल से रिपोर्ट मांगी थी कि पत्र को 17 जुलाई से उनकी जानकारी में क्यों नहीं लाया गया। सुप्रीम कोर्ट ने कार हादसे की रिपोर्ट भी मांगी है। दुष्कर्म पीड़िता ने सीजेआई को लिखे इस पत्र में भाजपा विधायक कुलदीपसिंह सेंगर के कथित सहयोगियों से अपनी जान को खतरे की आशंका व्यक्त की थी।
रविवार को इस लड़की की कार में एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिसमें उसकी मौसी और चाची की मौत हुई थी जबकि वह गंभीर रूप से घायल हुई थी। ट्रक-कार की टक्कर के बाद कथित बलात्कार के मामले में पहले से जेल में बंद सेंगर पर हत्या का भी आरोप लगा है। इस मामले पर भी सेंगर पर केस दर्ज किया गया है।
प्रियंका ने कहा आवाज सुनी जाएगी या नहीं : उन्नाव बलात्कार पीड़िता के सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को दावा किया कि उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार में राज्य की हर लड़की के मन में यही सवाल है कि अपराधियों के खिलाफ बोलने पर उसकी आवाज सुनी जाएगी या नहीं।
प्रियंका ने बाराबंकी में एक छात्रा द्वारा पुलिस से सवाल किए जाने संबंधी खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया कि अगर कोई रसूख़ वाला-बड़ा इंसान कुछ गलत करता है तो उसके खिलाफ हमारी आवाज सुनी जाएगी क्या? यह बाराबंकी की एक छात्रा का 'बालिका जागरूकता रैली' के दौरान उप्र सरकार से पूछा गया सवाल है। उन्होंने कहा कि यही सवाल आज उप्र की हर महिला व बच्ची के मन में है। भाजपा जवाब दो।
गौरतलब है कि पिछले रविवार को सड़क हादसे में उन्नाव बलात्कार पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई थी। हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई। पीड़ित महिला और उसके वकील को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।