Union Minister Rajiv Chandrashekhar's statement regarding Lok Sabha elections : केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा कि वह पहला लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उत्साहित हैं और अपने राजनीतिक करियर के और अधिक रोमांचक दौर को लेकर आशान्वित हैं। चंद्रशेखर उन केंद्रीय मंत्रियों में शुमार हैं जिन्हें राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के मौजूदा दौर में उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। चंद्रशेखर ने कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने उन्हें इसके योग्य समझा।
प्रौद्योगिकी उद्यमी से नेता बने चंद्रशेखर ने कहा कि लोकसभा का सदस्य बनने के लिए बेहद जिम्मेदार और जमीनी स्तर का नेता होना चाहिए और मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने उन्हें इसके योग्य समझा। उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव में वह उस संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतरेंगे, जहां से उनकी पार्टी ऐसा करने के लिए कहेगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री ने कहा, मैं निश्चित तौर पर उस दौर को लेकर उत्सुक हूं, जो मैं मानता हूं कि मेरे राजनीतिक करियर का और अधिक रोमांचक दौर होगा। उन्होंने कहा, मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि हमारे प्रधानमंत्री और मेरे गृहमंत्री और मेरे पार्टी अध्यक्ष ने कहा है कि वह मुझे लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए योग्य समझते हैं। मैं अपने राजनीतिक करियर के अगले चरण को लेकर काफी उत्साहित हूं।
कर्नाटक या फिर केरल से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है : राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि चंद्रशेखर को या तो कर्नाटक की किसी सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है या फिर केरल से जहां उन्हें तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस के शशि थरूर के खिलाफ उतारा जा सकता है। वह जाति से नायर हैं और केरल के रहने वाले हैं लेकिन पिछले कुछ दशकों से कर्नाटक में रह रहे हैं।
चंद्रशेखर ने 2005 में अपना दूरसंचार कारोबार बीपीएल मोबाइल बेच दिया था और राजनीति में प्रवेश किया था। अगले ही साल वह भारतीय जनता पार्टी और जनता दल (सेक्यूलर) दोनों के समर्थन से कर्नाटक से एक स्वतंत्र सांसद के रूप में संसद के ऊपरी सदन के लिए चुने गए।
6 साल का राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा : वह 2012 और 2018 में फिर से चुने गए। आखिरी बार वह भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुने गए थे। उनका छह साल का राज्यसभा का कार्यकाल अब समाप्त हो रहा है, लेकिन उन्हें उनकी पार्टी द्वारा फिर से नामित नहीं किया गया है। अन्य जिन मंत्रियों को फिर से उच्च सदन में नामित नहीं किया गया है, चर्चा है कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। चंद्रशेखर ने कहा कि लोकसभा सदस्य होना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा, लोकसभा सदस्य होने के नाते आपको एक बहुत ही जमीनी स्तर का राजनेता बनने की जरूरत है। लोगों से आपका सीधा जुड़ाव होना चाहिए। आपको सूचना और सोशल मीडिया की इस आधुनिक दुनिया में बेहद जिम्मेदार राजनेताओं की जरूरत है। मुझे खुशी है कि मेरा नेतृत्व सोचता है कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं। इसलिए मैं इसके लिए उत्सुक हूं।
हालांकि उन्होंने बेंगलुरु या तिरुवनंतपुरम से उनके चुनाव लड़ने की खबरों को अटकलबाजी करार दिया। उन्होंने कहा, मैं इन चीजों के बारे में ध्यान नहीं देता। जब तक मुझे नहीं बताया जाता तब तक इसके बारे में बहुत चिंता नहीं करता हूं। मुझे पता है कि मेरा नेतृत्व मुझे सही निर्वाचन क्षेत्र में उतारेगा, और मैं लड़ूंगा जीतने के लिए। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour