UGC-NET NEET exam controversy escalates : मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में अनियमितताओं के खिलाफ बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया। कई छात्र समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया तथा विपक्ष ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पेपर लीक होना व्यापमं घोटाले का विस्तार है और इन परीक्षाओं में बैठने वाले अभ्यर्थियों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। वहीं सरकार ने कहा कि गड़बड़ी की छिटपुट घटनाओं से उन लाखों छात्रों पर असर नहीं पड़ना चाहिए जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है।
नीट पर बढ़ते विवाद के बीच यूजीसी-नेट को रद्द करने से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की बड़े पैमाने पर इम्तिहान आयोजित करने की क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनटीए के शीर्ष अधिकारियों सहित दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एनटीए उच्चस्तरीय समिति गठित करेगी : उन्होंने यह भी घोषणा की कि सरकार एनटीए के कामकाज की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करेगी।पहले इस बात के संकेत थे कि प्रधान परीक्षा रद्द करने और एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा कर सकते हैं, जिन्हें मंत्रालय ने दिन में ही तलब किया था।
हालांकि प्रधान ने दोनों सवालों का सकारात्मक जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, चाहे एनटीए हो या कोई शीर्ष अधिकारी या वरिष्ठ व्यक्ति, नीट मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सरकार शून्य-त्रुटि परीक्षा आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधान ने कहा, यूजीसी-नेट को रद्द करना कोई अचानक लिया गया निर्णय नहीं था। हमें इस बात के सबूत मिले हैं कि प्रश्न पत्र डार्कनेट पर लीक हो गया था और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म 'टेलीग्राम' पर साझा किया जा रहा था, इसलिए परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया। जब उनसे पूछा गया कि क्या नीट को भी नेट की तर्ज पर रद्द कर दिया जाएगा तो उन्होंने इस सवाल को टाल दिया। यह पूछे जाने पर कि इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय कब लिया जाएगा, उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।
बिहार पुलिस के लगातार संपर्क में हैं हम : उन्होंने कहा, कुछ छिटपुट गड़बड़ियों के कारण उन अभ्यर्थियों के करियर को नुकसान पहुंचाना अनुचित है जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है। हम बिहार पुलिस के लगातार संपर्क में हैं। हमने उनसे रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे। मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और व्यवस्था में विसंगतियों को दूर किया जाएगा।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट में अनियमितताओं और यूजीसी-नेट रद्द करने को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला तथा दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मनोवैज्ञानिक रूप से टूट चुके हैं और सरकार चलाने के लिए संघर्ष करेंगे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि शिक्षण संस्थाओं पर भारतीय जनता पार्टी और उसके मातृत्व संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि जब तक इस स्थिति को बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे।
पेपर लीक को नहीं रोक पा रहे : उन्होंने कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन, इज़राइल-गाज़ा युद्ध रोक देते हैं, लेकिन पेपर लीक को नहीं रोक पा रहे या फिर इसे रोकना नहीं चाहते हैं। गांधी ने दावा किया कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हजारों लोगों ने पेपर लीक की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में हुए 'व्यापमं' घोटाले को पूरे देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है।
गांधी ने कहा, कोई भी काम मनमाने तरीके से नहीं किया जाना चाहिए, जो नियम एक पेपर पर लागू होते हैं, वही दूसरे पर भी लागू होने चाहिए। यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) में अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे विभिन्न विश्वविद्यालयों के दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों और विभिन्न छात्र संगठनों के सदस्यों को हिरासत में लिया गया।
छात्रों को शिक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली स्थित आवास के बाहर से हिरासत में लिया गया। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया कि नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी का संबंध राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव से जुड़े लोगों से है और उन्होंने इसकी जांच की मांग की।
तत्काल कदम उठाने का आग्रह : केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने केंद्र से एनटीए में संकट को हल करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह करते हुए कहा कि नीट और यूजीसी-नेट जैसी परीक्षाएं आयोजित करने में एजेंसी की बार-बार की अक्षमता स्वीकार्य नहीं है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने कहा कि देश में परीक्षा प्रक्रिया चरमरा गई है और छात्रों का जीवन बर्बाद हो रहा है।
उन्होंने एनटीए पर इसमें मिलीभगत का आरोप लगाया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने कहा कि नीट परीक्षा भी रद्द कर दी जानी चाहिए। वहीं, माकपा महासचिव सीताराम एचुरी ने एनटीए को खत्म करने और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग की। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour