नई दिल्ली। मोदी सरकार शुक्रवार को संसद में ट्रिपल तलाक बिल पेश करेगी। कांग्रेस जदयू समेत कई दल इस बिल का विरोध करेंगे। इस बिल को लेकर संसद में आज भारी हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं।
भले ही नीतीश कुमार की जदयू बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन में हो। लेकिन पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह तीन तलाक के मुद्दे पर राज्यसभा में एनडीए का समर्थन नहीं करेगी। कांग्रेस ने भी सदन में तीन तलाक बिल के विरोध का फैसला किया है। पार्टी का कहना है कि इस बिल के कुछ प्रावधानों पर बहस की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने सितंबर 2018 और फरवरी 2019 में दो बार तीन तलाक अध्यादेश जारी किया था। दरअसल, यह विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद राज्यसभा में पास नहीं हो सका था।
मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) अध्यादेश, 2019 के तहत तीन तलाक के तहत तलाक अवैध, अमान्य है और पति को इसके लिए तीन साल तक की कैद की सजा हो सकती है।