Shri Ram Janmabhoomi Temple : श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के पुजारी के विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए वैकेंसी निकाली गई थी, जिसमें 3000 आवेदन आए थे, लेकिन केवल 24 अर्चकों का चयन हुआ, जिसमें से 21 अर्चकों का प्रशिक्षण वर्तमान में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय में चल रहा है। प्रशिक्षण के उपरांत योग्य व्यक्ति को पुजारी नियुक्त किया जाएगा। किंतु पिछले दिनों से सोशल मीडिया पर आ रही खबरों और फोटो को ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने गलत करार दिया है।
श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का शुभारंभ 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा श्रीराम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ राम मंदिर के गर्भगृह में भव्य रूप से प्रवेश कराया जाएगा, जिसकी व्यापक स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इसी परिपेक्ष में राम मंदिर के पुजारी के विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए वैकेंसी निकाली गई थी, जिसमें 3000 आवेदन आए थे, जिसमें साक्षात्कार के उपरांत केवल 24 अर्चकों का चयन हुआ, जिसमें से 21 अर्चकों का प्रशिक्षण वर्तमान में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय में चल रहा है।
प्रशिक्षण के उपरांत योग्य व्यक्ति को नियुक्त किया जाएगा, किंतु इसी बीच पिछले कई दिनों से सोशल मिडिया पर खबरें फोटो के साथ बराबर आ रही हैं कि मोहित पांडेय को श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के पुजारी के पद पर नियुक्त किया गया है, जिसके बारे में जब ट्रस्ट के पदाधिकारियों से इस संदर्भ में बात की गई तो सभी ने यही जानकारी दी कि अभी किसी की नियुक्ति नहीं हुई है, नियुक्ति हेतु अभी प्रशिक्षण चल रहा है, जिसके बाद राम मंदिर के पुजारी के पद पर आशंका के सवाल उठने लगे कि वायरल हो रही खबर व फोटो कितनी खरी है, जिसके लिए हमने प्रकाश गुप्ता, जो कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी हैं।
उन्होंने बताया कि अभी ऐसा कुछ नहीं है, हमारे यहां पुजारियों की रामानंदीय परंपरा से चयन करने के लिए प्रार्थना पत्र मांगे गए थे, उसमें लगभग 3000 प्रार्थना पत्र आए। उनको बुलाकर इंटरव्यू लिया गया, उसमें योग्य 24 लोग प्रशिक्षण ले रहे हैं, उसमें एक मोहित नाम का व्यक्ति भी है। अभी तो यह लोग 6 माह का प्रशिक्षण ले रहे हैं, प्रशिक्षण के बाद जो योग्य व्यक्ति होगा उसकी परीक्षा के बाद नियुक्ति होगी। अभी तो केवल प्रशिक्षण के लिए जो 21 लोग आए हैं, उसी में से एक मोहित भी है।
इसी संदर्भ में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह से भी जानकारी ली तो उन्होंने भी यही बताया कि अभी तो केवल प्रशिक्षण चल रहा है, पुजारी के लिए नियुक्ति किसी की नहीं हुई है। दरअसल श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अर्चकों का एक प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे, इसके बाद 3000 लोगों ने आवेदन किया था।
इसी के बाद साक्षात्कार हुआ और इनमें से 24 अर्चकों का चयन हुआ, जिसमें से 21 का प्रशिक्षण चल रहा है। इसमें से एक नाम मोहित पांडेय का भी है। हालांकि जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वह मोहित की है या नहीं, इसको लेकर साफतौर पर ट्रस्ट ने कुछ नहीं कहा, लेकिन यह साफ कर दिया है कि दिल्ली के रहने वाले मोहित पांडेय नाम के एक युवक का चयन अर्चक प्रशिक्षण के लिए हुआ है।
हालांकि ट्रस्ट सूत्रों की मानें तो वायरल तस्वीर कुछ इस तरह ली गई है कि वह फोटो मोहित पांडेय की लगे। अयोध्या पुलिस ने ट्वीट करके साइबर सेल द्वारा जांच की बात तो कही है लेकिन इस मामले पर फिलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
वहीं ट्रस्ट की निगाह भी इस मामले की जांच पर लगी है और वह भले ही कहे कि इस तरह के व्यक्तिगत आक्षेप से उसका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन ट्रस्ट यह भी कहता है कि जांच के बाद अगर कुछ इस तरह की बात सामने आती है तो वह अपने स्तर से भी कार्रवाई करेगा और जाहिर है कि इसकी आंच अर्चक प्रशिक्षण में चयन किए गए मोहित पांडेय तक भी पहुंचेगी।
Edited By : Chetan Gour