Rohini Acharyas counterattack on Samrat Chaudhary: भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों को टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि टिकट बेचने के आदी लालू प्रसाद आदतन भ्रष्टाचारी हैं और उन्होंने किडनी के बदले अपनी सगी बेटी को टिकट दिया है।
रोहिणी आचार्य का पलटवार : इसके जवाब में लालू यादव को किडनी देने वाली बेटी रोहिणी आचार्य एक्स पर पोस्ट में चौधरी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि लालू जी की बेटी हूं, ओछी सोच व ओछे चरित्र वालों की हर ओछी बात का जवाब जनता के बीच, जनता जनार्दन की अदालत में दूंगी। सही-गलत का फैसला जनता करेगी।
उन्होंने कहा कि अपने पापा को अपनी एक किडनी देना तो उनके प्रति मेरा कर्तव्य और प्यार है। अपने परिवार और अपनी जन्मभूमि बिहार के लिए तो रोहिणी अपनी जान न्योछावर करने को तैयार है। रोहिणी ने आगे लिखा- जन्म दिया जिस माता-पिता ने, मेरा रोम-रोम उनका कर्जदार है, भगवान से भी बड़ा दर्जा 'उनका' मैं तो सिर्फ उनका विस्तार हूं।
क्या कहा था सम्राट चौधरी ने : आखिर किडनी लेने से पहले लालू प्रसाद ने बेटी को टिकट क्यों नहीं दिया? लालू प्रसाद को अपने बेटे-बेटियों के अलावा पार्टी के कार्यकर्ताओं में काबिलियत क्यों नहीं दिखती है? क्या परिवार तक सीमित रहना या कार्यकर्ताओं का हक मारकर अपनी पत्नी, बेटे, बेटियों को लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधान परिषद का टिकट देना किसी लोकतांत्रिक पार्टी का चरित्र है?
उन्होंने कहा कि प्राइवेट लिमिटेड की तरह पार्टी चलाने वाले लालू प्रसाद भ्रष्टाचारी ही नहीं, घोर परिवारवादी भी हैं। बेटी अगर चुनाव हार जाए तो उसे चोर दरवाजे से राज्यसभा भेजने की कला में माहिर लालू प्रसाद विधान परिषद में पत्नी तो विधानसभा में बेटा को नेता बनाते हैं।
चौधरी ने आरोप लगाया कि बेशर्मी की हद तक परिवार के सदस्यों को राजनीति में उतारने वाले लालू प्रसाद दरअसल अपने एवं अपने परिजनों के भ्रष्टाचार को ढकना चाहते हैं। सिंगापुर स्थित प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने 2022 के अंत में अपने बीमार पिता को अपनी एक किडनी दान की थी।
राजद ने भी निशाना साधा : राजद ने भी भाजपा नेता पर उनकी टिप्पणी के लिए उन्हें लताड़ते हुए दावा किया कि ऐसी टिप्पणी कुशवाहा समुदाय (चौधरी इसी जाति से आते हैं) का अपमान है। राजद नेता मधु मंजरी कुशवाहा ने कहा कि हमारा समाज और समुदाय कभी भी ऐसे ओछे बयानों का समर्थन नहीं करता है और न ही ऐसी भाषा का समर्थन करता है। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala