नई दिल्ली। नए वर्ष 2020 के दूसरे दिन राजधानी दिल्ली में फिर आग की घटना सामने आई। पीरागढ़ी इलाके में गुरुवार की सुबह एक फैक्ट्री में आग लग गई और जोरदार धमाके के चलते बिल्डिंग का कुछ हिस्सा ध्वस्त हो गया। इसके चलते फैक्ट्री में मौजूद लोगों समेत कई दमकलकर्मी भी फंस गए। हालांकि कितने लोग हताहत हुए हैं, यह जानकारी सामने नहीं आई है। पिछले एक माह में आग लगने की यह तीसरी बड़ी घटना है। पिछले दिसंबर में दिल्ली में आगजनी की 2 बड़ी घटनाएं हुई थीं। इसमें करीब 52 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।
43 लोगों की गई थी जान : दिल्ली के रानी झांसी रोड पर 8 दिसंबर 2019 को अनाज मंडी में भीषण आग लग गई थी। आग की इस घटना में करीब 43 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में अधिकांश फैक्टरी में काम करने वाले मजदूर ही थे। इस घटना में करीब 15 लोग घायल हो गए थे। आग की इस बड़ी घटना से दिल्ली दहल गई थी।
मासूम बच्चों और महिलाओं की हो गई थी मौत : दिल्ली के किराड़ी इलाके में स्थित कपड़े के एक गोदाम में 22 दिसंबर की देर रात लगी भीषण आग ने 2 मंजिला मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया था। इस भीषण अग्निकांड में 13 लोगों में से 9 की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि कई लोग झुलस गए थे। जान गंवाने वालों में कई महिलाएं और मासूम बच्चे भी थे। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया था।
कितनी सुरक्षित है राजधानी : बार-बार होती आग की इन घटनाओं से यह सवाल उठता है कि राजधानी में अगर घनी बस्ती क्षेत्रों में चल रहे कारखाने, फैक्टरियों में आग से बचने के इंतजाम नहीं हैं तो देश के अन्य राज्यों की क्या स्थिति होगी।