जम्मू। पुंछ-राजौरी हाईवे पर सेना के अस्पताल के बाहर एक संदिग्ध आतंकी हमले में 2 स्थानीय नागरिकों की मौत हो गई तथा उत्तराखंड का रहने वाला एक नागरिक जख्मी हो गया। घायल अनिल कुमार उत्तराखंड का निवासी है, जिसका सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है। सेना के दावों के अनुसार, दोनों नागरिकों की मौत आतंकी हमले में हुई है, जबकि शव मिलने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए तथा प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे पुंछ-राजौरी राजमार्ग पर सेना के अस्पताल के अल्फा गेट के बाहर गोलियों के निशान वाले दो स्थानीय लोग मृत पाए गए। एक व्यक्ति घायलावस्था में भी था। जबकि सेना की तरफ से ट्वीट किया गया कि शुक्रवार तड़के सुबह राजौरी में सैन्य अस्पताल के पास अज्ञात आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी की घटना में दो लोगों की मौत हो गई है।
स्थानीय लोगों ने मारे गए लोगों की पहचान राजौरी जिले के मूल निवासी कमल कुमार और सुरिंदर कुमार के रूप में की है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कथित तौर पर सेना की गोलीबारी में दोनों नागरिकों की मौत हुई है। इसे लेकर उन्होंने नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया।
लोगों का कहना है कि इस मामले की जांच की जानी चाहिए और प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। साथ ही मृतकों के परिवार के लिए 10-10 लाख का मुआवजा, उनके सगे-संबंधियों के लिए नौकरी, बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा दी जानी चाहिए।
हालांकि पहले अधिकारियों ने बताया था कि कथित तौर पर सेना के संतरी ने गोलियां चलाई थीं, जिस कारण ये मौतें हुईं। जबकि सेना का कहना है कि दोनों मृतक भारतीय सेना के साथ बतौर पोर्टर काम करते थे। राजौरी के एसएसपी मोहम्मद असलम चौधरी का कहना था कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह देखा जाएगा कि क्या यह गलत पहचान के आधार पर हुई गोलीबारी का मामला है। हालांकि सेना की तरफ से मृतकों की पहचान अभी तक नहीं बताई गई है।
एक ट्रक चालक ने बताया कि मैं अपने वाहन में यात्रा कर रहा था और सेना शिविर के अल्फा गेट पर गोलियों की कई आवाजें सुनीं। मैंने अपना वाहन पीछे छोड़ दिया और बचने के लिए भागा। बाद में मुझे पता चला कि दो स्थानीय लोग मारे गए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे तथ्यों का पता लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी यह पता लगाने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं कि वास्तव में क्या हुआ था और दो स्थानीय लोगों की मौत कैसे हुई।
इस बीच, घटना की जांच की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने इलाके में बड़े पैमाने पर हिंसक व विरोध प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि कि सेना के अल्फा गेट के बाहर खाली कारतूस पाए गए हैं।
Edited By : Chetan Gour