अहमदाबाद/ राजकोट। गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की एक टीम जल्द ही उत्तरप्रदेश जाकर मंगलवार को वहां एटीएस के साथ मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए 2 संदिग्ध आईएसआईएस आतंकियों से पूछताछ कर इस बात का पता लगाएगी कि उनके तथा हाल में गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के भावनगर और राजकोट से पकड़े गए आईएसआईएस के लिए काम करने वाले 2 भाइयों के बीच कोई संबंध है अथवा नहीं?
गुजरात एटीएस के डीएसपी बीएच चावड़ा ने बुधवार को इसकी पुष्टि करते हुए यह जानकारी देते हुए बताया कि एक टीम जल्द ही उत्तरप्रदेश जाएगी तथा गुजरात में पिछले दिनों पकड़े गए आईएसआईएस के 2 आतंकियों- वसीम और नईम रामोडिया (जो दोनों सगे भाई हैं) से पूछताछ जारी है। ज्ञातव्य है कि दोनों के पास से बड़ी मात्रा में आतंकी साहित्य, बम बनाने की सामग्री और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए थे।
लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र में 12 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद वहां एक मकान में छुपा आईएसआईएस का आतंकी सैफुल्लाह, जिसके तार मध्यप्रदेश में एक ट्रेन में धमाके से जुड़े थे, मारा गया और इस काम में उसकी मदद करने वाले 2 अन्य इमरान और फैजान पकड़े गए थे। उक्त मकान से 8 हथियार और बड़े पैमाने पर कारतूस, अन्य विस्फोटक, सोना और नकदी बरामद की गई थी।
उधर गुजरात में पकड़े गए आईएसआईएस आतंकी बंधु सोशल मीडिया के माध्यम से इस संगठन के प्रति आकर्षित हुए थे। उनके हैंडलर ने उन्हें स्वयं को साबित करने के लिए आतंकी हमले करने के लिए प्रेरित किया था जिस पर उन्हें ऐसे कई असफल प्रयास भी किए थे। (वार्ता)