असम-मिजोरम सीमा पर हिंसक झड़प में कई लोग जख्मी, केंद्रीय गृह सचिव ने बुलाई बैठक

Webdunia
सोमवार, 19 अक्टूबर 2020 (00:33 IST)
आइजोल/सिलचर/गुवाहाटी। असम और मिजोरम के लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल होने के बाद दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति बन गई है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब इलाके में स्थिति नियंत्रण में है, जो कि मिजोरम के कोलासिब और असम के कछार जिले में है।
 
मिजोरम के गृह मंत्री ललचामलियाना ने कहा कि हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला सोमवार को दोनों राज्यों के साथ होने वाली बैठक की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव मौजूद रहेंगे।
 
अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय रिजर्व वाहिनी समेत सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है, जो कि मिजोरम के वैरेंगते गांव के पास और असम के लैलापुर के अंतर्गत आते हैं।
 
मिजोरम के कोलासिब जिले का वैरेंगते गांव राज्य का उत्तरी हिस्सा है, जिससे गुजरता राष्ट्रीय राजमार्ग-306 असम को इस राज्य से जोड़ता है। वहीं, असम के कछार जिले का लैलापुर इसका सबसे करीबी गांव है।
 
कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त एच लल्थलंगलियाना ने पीटीआई से कहा कि शनिवार शाम को लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटोरिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर पथराव किया, जिसके बाद वैरेंगते गांव के निवासी भारी संख्या में एकत्र हो गए।
 
उन्होंने कहा कि इलाके में लागू निषेधाज्ञा के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी, जो कि लैलापुर गांव के लोगों की थीं।
 
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि घंटों तक चली इस हिंसक झड़प में मिजोरम के 4 लोगों समेत कई लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि झड़प में घायल एक व्यक्ति को कोलासिब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसकी गर्दन में गहरा घाव होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। 3 लोगों का इलाज वैरेंगते गांव के जनस्वास्थ्य केंद्र में किया गया।
 
पुलिस ने कहा कि एक घायल को असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, असम सरकार ने भी कहा कि हालात काबू में हैं और इलाके में शांति बहाल करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही पुलिस को तैनात किया गया है।
 
असम के वन मंत्री एवं स्थानीय विधायक परिमल शुक्ला बैद्य ने बताया कि क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं लगभग हर साल होती हैं क्योंकि दोनों ही तरफ के लोग अवैध तरीके से पेड़ काटते हैं।
 
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के निर्देश पर बैद्य ने रविवार को लैलापुर का दौरा किया और लोगों से बातचीत की। असम सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह घटना समुदायों में अशांति पैदा करने के लिए उपद्रवियों द्वारा की गई करतूत थी।
 
कछार की उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने भी अंतर-राज्यीय सीमा से सटे इलाके का दौरा किया और आश्वासन दिया कि दोनों राज्यों के लोगों के बीच अशांति पैदा करने की कोशिश करने वाले 'असामाजिक तत्वों' से प्रशासन उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा मुहैया कराएगा।
 
असम के आयुक्त (गृह) ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने स्थानीय लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और मिजोरम के लोगों के साथ सौहार्द बनाए रखने की अपील भी की। 
 
कछार के पुलिस अधीक्षक भंवरलाल मीणा ने कहा कि  हमें कुछ अस्थायी घरों और दुकानों को जलाए जाने की रिपेार्ट मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू किया। भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसको लेकर हम हरसंभव कदम उठा रहे हैं। (भाषा)  (file photo)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

देश जैसा चाहता है, वैसा होकर रहेगा, राजनाथ सिंह की पाकिस्तान को खुली चेतावनी

कांग्रेस ने कई गलतियां कीं... राहुल गांधी ने क्यों कहा ऐसा?

पश्चिम बंगाल में कैसे चुनौती बन रहा है कट्टरपंथ, राज्यपाल ने मुर्शिदाबाद दंगों को लेकर गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट, क्या दिए सुझाव

Pakistan Ranger : गिरफ्त में पाकिस्तानी रेंजर, क्या था मकसद, BSF को मिले नए ऑर्डर

Pahalgam Attack के बाद अब तक 39 लोग गिरफ्तार, असम में कर रहे थे पाकिस्तान का समर्थन

सभी देखें

नवीनतम

UNSC की बैठक से पहले पाकिस्तान ने क्यों की बंद कमरे की मांग, क्या है दहशत की वजह?

जनता भूखे मर रही और पाकिस्तान ने मंत्रियों की सैलरी 188% बढ़ा दी, ये है देश के हाल

Weather Update: प्री मानसून से अनेक राज्यों में हुई वर्षा, इंदौर में पौने 3 इंच पानी गिरा, IMD का अलर्ट

देश में कड़ी सुरक्षा के बीच 5,400 से अधिक केंद्रों पर आयोजित हुई NEET-UG

एजाज खान पर महिला ने लगाया बलात्कार का आरोप, दर्ज हुआ मामला

अगला लेख
More