नई दिल्ली। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान तौकते (Tauktae) गुजरात के तट से टकराने के बाद कुछ कमजोर पड़ गया है। इसकी लैंडफॉल प्रक्रिया देर रात को सौराष्ट्र क्षेत्र में पूरी हुई। इस दौरान यहां हवा की रफ्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा थी।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 3 घंटों में तूफान का केंद्र सौराष्ट्र तट से दीव होकर गुजरेगा। गुजरात तट से टकराने के बाद तूफान की तीव्रता में थोड़ी कमी आई हैं। हालांकि यह अब भी बहुत गंभीर है।
तूफान के कारण सौराष्ट्र, दीव और पास के गुजरात क्षेत्रों के अधिकांश स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश, गुजरात के कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। 18 मई को सौराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश होगी।
कच्छ के विभिन्न इलाकों में भारी से अत्यंत भारी बारिश होने तथा अमरेली, भावनगर, जूनागढ़, गिर एवं सोमनाथ में 160 से 170 से लेकर 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने, भरूच, आनंद, दक्षिण अहमदाबाद और बोताद में 120 से 140 से लेकर 165 किमी प्रति घंटे तथा देवभूमि द्वारका, जामनगर एवं पाेरबंदर में 90 से 100 से लेकर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि गुजरात के राजकोट, मोरबी, खेड़ा जिले में तथा दादरा, नगर हवेली, दमन, वलसाड, नवसारी, सूरत, सुरेंद्रनगर में 80-90 से लेकर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं।
गुजरात सरकार ने तूफान के मद्देनजर डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। राज्य के प्रभावित इलाकों में कोरोना टीकाकरण 2 दिनों के लिए रोक दिया गया है।
राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF और SDRF की टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, सेना की टीमें भी मदद के लिए तैयार हैं।