National Organ Donation Day : तमिलनाडु अंगदान के मामले में लगातार शीर्ष पर बना हुआ है और 1705 लोगों ने अपने अंगदान करके 6247 लोगों का जीवन बचाया है। 2008 के बाद से 1705 लोगों ने अपने अंग दान किए हैं। इस दौरान 786 हृदय, 801 फेफड़े, 1565 यकृत और 3046 गुर्दे, 37 अग्नाशय, छोटी आंत और अन्य अंगों का प्रतिरोपण किया गया।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने दावा किया कि बढ़ती जागरूकता और पारदर्शी अंग आवंटन नीति समेत विभिन्न कारणों से तमिलनाडु को आज राष्ट्रीय स्तर पर अंग दान के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य का पुरस्कार मिला।
सुब्रमण्यम ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव गगनदीप सिंह बेदी के साथ दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा कि 2008 के बाद से 1,705 लोगों ने अपने अंग दान किए हैं। इस दौरान 786 हृदय, 801 फेफड़े, 1,565 यकृत और 3,046 गुर्दे, 37 अग्नाशय, छोटी आंत और अन्य अंगों का प्रतिरोपण किया गया, जिससे अब तक 6,247 लोगों का जीवन बचाया गया।
अंगदान करने वालों के परिवारों के सम्मान में राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित 13वें भारतीय अंग दान दिवस (आईओडीडी) समारोह में राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रतिरोपण संगठन (एनओटीटीओ) पुरस्कार प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, राज्य में उच्च जागरूकता स्तर के कारण अंगदान के मामले में सफलता मिली है। यहां तक कि हमारे मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनकी पत्नी ने भी अपने अंग दान करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 40 सरकारी अस्पतालों और 120 निजी अस्पतालों को अंग प्रतिरोपण लाइसेंस प्रदान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री व्यापक स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत भी प्रत्यारोपण किए गए हैं। सुब्रमण्यम ने कहा कि पिछले दो वर्षों में 292 लोगों ने अंगदान किए, जिससे 1062 लोगों को लाभ हुआ। समारोह में केंद्रीय मंत्री ने अंग दाताओं के परिवारों और नागरिक समाज के सदस्यों की सराहना की।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)