पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर बांग्लादेश में हिन्दुओं और मंदिरों पर कथित हमलों का मुद्दा उठाया और कहा कि पड़ोसी देश की स्थिति सीएए की आवश्यकता के महत्व को उजागर करती है। शाह से मुलाकात करने के बाद अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि गृहमंत्री ने उनसे कहा कि भारत सरकार इस मामले पर उपयुक्त कार्रवाई कर रही है।
बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटना पड़ा एवं देश छोड़ना पड़ा। देश में अनिश्चितता पैदा हो गई है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के चेहरा अधिकारी ने यह कहते हुए राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर निशाना साधा कि अब सभी को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) की जरूरत को स्वीकार करना होगा।
सीएए तीन मुस्लिम बहुल देशों-- पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के चलते 31 दिसंबर, 2014 तक आये वहां के अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करता है।
अधिकारी ने 1971 में बांग्लादेश से हिंदुओं के प्रवासन की भी परोक्ष रूप से चर्चा की और कहा कि पड़ोसी देश में हिन्दुओं और उनके मंदिरों पर अत्याचार जारी है। उन्होंने कहा कि उनकी मां बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाये जाने के बाद अपने माता-पिता के साथ वहां से आ गयी थीं और ऐसी घटनाएं अब भी जारी हैं। उन्होंने कहा कि भारत में मजबूत सरकार है और वह जरूरी कदम उठायेगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत बांग्लादेश की स्थिति खासकर वहां अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर बहुत चिंतिंत है तथा वह ढाका में अधिकारियों के नियमित संपर्क में है। इनपुट भाषा