नई दिल्ली। राफेल विमान सौदे पर पक्ष और विपक्ष में चल रही खींचतान के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि इस सौदे को लेकर पूरे देश में कहीं कोई विवाद नहीं है, यह विवाद केवल कांग्रेस के दिमाग में है।
श्रीमती स्वराज ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के आनंद शर्मा के पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि राफेल सौदे को लेकर कहीं कोई विवाद नहीं है। पूरा देश जानता है कि इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने हर बिंदू तथा सवाल पर स्थिति स्पष्ट की है। यह विवाद आपके (कांग्रेस) के दिमाग में है और इसका कोई जवाब नहीं दे सकता।
शर्मा ने पूछा था कि क्या सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वर्ष 2015 में फ्रांस यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात का ब्योरा सार्वजनिक करेगी। शर्मा ने कहा था कि यदि दोनों नेताओं की मुलाकात का ब्योरा सार्वजनिक कर दिया जाता है तो राफेल सौदे से जुडे विवाद की सच्चाई सामने आ जाएगी। इस मुलाकात के बाद ही मोदी ने फ्रांस सरकार से उड़ने की हालत में तैयार 36 राफेल विमान खरीदने का एलान किया था।
इससे पहले श्रीमती स्वराज ने शिवसेना के संजय राउत के सवाल के जवाब में कहा कि गत 15 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आए फ्रांस के विदेशमंत्री के साथ उनकी राफेल सौदे को लेकर कोई बात नहीं हुई। इस बारे में कोई चर्चा निर्धारित भी नहीं थी। यह कहना गलत है कि यह चर्चा उच्चतम न्यायालय के फैसले के कारण नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि संयोग से दोनों नेताओं की मुलाकात से पहले उच्चतम न्यायालय ने राफेल सौदे से संबंधित याचिकाओं पर आदेश दिया था जिसमें हर बिन्दु पर सरकार को क्लीन चिट दी गई थी। उन्होंने कहा कि इस आदेश के मद्देनजर फ्रांस के विदेशमंत्री आनंद महसूस कर रहे थे और वह खुशी प्रकट कर रहे थे क्योंकि उन्हें पता था कि भारत में इस सौदे को लेकर विवाद चल रहा था।