वेबदुनिया न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बांसुरी कौशल में मां सुषमा स्वराज की छवि दिखाई दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह सुषमाजी परिवार और अन्य मामलों की देखरेख करती थीं, उसी तरह बांसुरी ने भी अपने परिवार का ख्याल रखा है।
पूर्व विदेश मंत्री स्व. सुषमा स्वराज की श्रद्धांजलि सभा में पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सुषमाजी से बहुत कुछ सीखा है। आमतौर पर नेता सांसद नहीं रहने पर सरकारी आवास खाली नहीं करते, लेकिन सुषमाजी अपना सरकारी आवास फौरन खाली कर दिया। वे कश्मीर के अनुच्छेद 370 पर बोलती रहती थीं। बिल पास होने के बाद उनका सपना पूरा हुआ। इस खुशी के पल जीते हुए उन्होंने अंतिम विदाई ली।
मोदी ने कहा कि सुषमाजी के व्यक्तित्व के कई पहलू हैं। उन्होंने हर काम जी-जान से किया। अनुशासन के दायरे रहकर में किया। उन्होंने कहा कि बेटी बांसुरी में उन्हें सुषमाजी की छवि दिखाई देती है। जिस तरह सुषमाजी परिवार और अन्य मामलों को संभालती थीं, ठीक उसी तरह बांसुरी भी काम करती हैं।
हालांकि मोदी ने किस संदर्भ में यह बात कही, यह तो वे ही बता सकते हैं, लेकिन राजनीतिक हलकों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि क्या बांसुरी अपनी मां का स्थान भरने के लिए राजनीति में आएंगी?
बांसुरी स्वराज सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की इकलौती बेटी हैं। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. इनर टेम्पल से कानून में बैरिस्टर की डिग्री लेने के बाद अपने पिता की तरह क्रिमिनल लॉयर हैं। वे दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। (Image Source: Twitter)