जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को इसे भारी निराशा, आपराधिक कुप्रबंधन व असीम पीड़ा के साल करार दिया। उन्होंने कहा कि आज देश ऐसे मुकाम पर खड़ा है, जहां आम जनता सरकार द्वारा दिए गए घावों से पीड़ित है।
वे जयपुर के पास कूकस में एक निजी होटल में कांग्रेस व उसके समर्थक विधायकों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। केंद्र में मोदी सरकार का 7वां साल शुरू होने पर उन्होंने कहा कि 7वें साल की शुरुआत में भारत एक ऐसे मुकाम पर आकर खड़ा है, जहां देश के नागरिक सरकार द्वारा दिए गए अनगिनत घावों व निष्ठुर असंवेदनशीलता की पीड़ा सहने को मजबूर हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि बीते साल में देश में भटकाव की राजनीति एव झूठे शोरगुल की पराकाष्ठा मोदी सरकार के कामकाज की पहचान बन गई। दुर्भाग्यवश, भटकाव के इस आडंबर ने मोदी सरकार की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा तो किया, परंतु देश को भारी सामाजिक व आर्थिक क्षति पहुंचाई।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को याद रखना होगा कि बढ़-चढ़कर किए गए वादों पर खरा उतरना ही असली कसौटी है। लेकिन ढोल-नगाड़े बजाकर बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में आई यह सरकार देश को सामान्य रूप से चलाने की एक छोटी-सी उम्मीद भी पूरा करने में विफल रही तथा उपलब्धि के नाम पर शून्य साबित हुई है।
अपने संबोधन में सुरजेवाला ने विकास, रोजगार व आर्थिक वृद्धि दर को लेकर मोदी सरकार पर तीखे प्रहार करते कहा कि मोदी सरकार हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के वादे के साथ सत्ता में आई लेकिन 2017-18 में भारत में पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर रही। वहीं कोरोना वायरस महामारी के बाद भारत की बेरोजगारी दर अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 27.11 प्रतिशत हुई है।
उन्होंने कहा कि चीन की सेनाओं द्वारा लद्दाख में पैनगोंग लेक तथा गल्वान वैली के क्षेत्र में जबरन घुसपैठ करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिंताजनक विषय है। सुरजेवाला ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से कहेंगे कि वे चीनी घुसपैठ के बारे में सारी जानकारी देश से साझा करें।
कांग्रेस नेता ने कहा कि नेपाल के साथ अकारण पैदा हुए सीमा विवाद, चीन द्वारा मालदीव में फेडू फिनोलू आईलैंड पर विस्तार करना, श्रीलंका में हम्बनटोटा बंदरगाह को चीन को संचालन के लिए लंबी अवधि के लिए देना ऐसे मुद्दे हैं जिनसे हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा सीधे प्रभावित होती है।
कार्यशाला में प्रवासी मजदूरों के संकट, लॉकडाउन, अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति, आजादी के बाद न्यूनतम जीडीपी दर, आय की असमानता, आपराधिक कुप्रबंधन, लोकतांत्रिक संस्थानों के योजनाबद्ध दमन, किसान की आय दुगनी करने के नाम पर छल पर चर्चा हुई।
कार्यशाला में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, राजीव सातव व मणिकम टैगोर भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस व उसके समर्थक विधायक जयपुर के बाहर एक निजी होटल व रिजॉर्ट में रुके हैं। (भाषा)