गाजीपुर 1965 भारत-पाक युद्ध में अदम्य साहस एवं वीरता का प्रदर्शन करते हुए वीरगति को प्राप्त परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी ने कहा है कि आज का दिन शहीदों के लिए सबसे बड़ा दिन है। भारतीय सेना ने श्रद्धांजलि की परिभाषा बदल दी। उन्होंने कहा कि शहीदों के लिए अब प्रार्थना नही बल्कि आतंकवादियों के खिलाफ सीधी कार्रवाई होनी चाहिए। शहीदों के परिवारों ने कहा कि खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाना चाहिए।
रसूलन बीबी 25 फरवरी को दिल्ली में वॉर मेमोरियल लोकार्पण समारोह में शिरकत करने पहुंची थीं। मंगलवार की सुबह सैन्य कार्रवाई की जानकारी होने पर शहीद वीर अब्दुल हमीद की धर्मपत्नी रसूलन बीबी ने कहा कि आज का दिन शहीदों के लिए सबसे बड़ा दिन है। भारतीय सेना ने श्रद्धांजलि की परिभाषा बदल दी।
भारतीय सेना द्वारा एलओसी में घुसकर आतंकवादी कैम्पों पर बड़ी कार्रवाई से शहीद परिवार बेहद खुश है। अब श्रद्धांजलि शोकसभा से नही बल्कि कार्रवाई द्वारा दी गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को तय करना है उसे आतंकवादियों के साथ रहना है या शांतिप्रिय भारत के साथ।
उन्होंने इस कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि आजाद भारत के इतिहास में देश को एक मजबूत नेता मिला है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों को यह विश्वास दिलाया है कि देश के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
वर्ष 1971 भारत-पाक युद्ध में वीरगति को प्राप्त सेना के दूसरे सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित महावीर चक्र विजेता शहीद रामउग्रह पांडेय की पुत्री सुनीता पांडेय ने कहा है शहीद सैनिकों के साथ ही पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
हमारी सेना ने दुश्मन के घर में घुसकर उसके ठिकानों को नेस्तनाबूद करने का कार्य किया है। पुलवामा में आतंकवादी घटना के 12वें दिन सेना द्वारा यह कार्रवाई शहीदों की 13वीं से पूर्व किया गया। इस कार्रवाई से हमारे शहीदों की आत्मा को शांति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई यहीं रुकनी नहीं चाहिए, हमारे शहीदों के एक-एक बूंद खून का बदला पाकिस्तान जैसे आतंकवादी परस्त देशों से लिया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही सबसे पहले हमें पाक अधिकृत कश्मीर अपने कब्जे में लेना चाहिए, जिससे हमारा भारत हमारा कश्मीर अपने पूर्ण स्वरूप में आ सके। पांडेय ने कहा कि सेना की कार्रवाई से दुश्मनों को यह संदेश जाएगा कि यह नया भारत है। छेड़ोगे तो छोड़ेगा नहीं, घुस के मारेगा।
भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की सूचना प्राप्त होते ही गाजीपुर जिले के जखनिया क्षेत्र स्थित शहीद अब्दुल हमीद एवं शहीद रामउग्रह पांडेय के पैतृक गांव समेत जखनियां तहसील में युवाओं द्वारा जुलूस निकालकर भारत माता की जय करते हुए शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर सेना की कार्रवाई का स्वागत किया गया। इस दौरान दोनों शहीदों के पैतृक गांव पर लगी उनकी मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया। (वार्ता)