आतंकवाद को खुला समर्थन करने वाले पाकिस्तान ने जिस तरह वहां कैद कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया और दोनों को विधवा के रूप में पेश किया, उससे उसका घिनौना चेहरा पूरी दुनिया के सामने आ गया।
इस मामले में भारत की संसद ने एक सुर में पाकिस्तान की इस करतूत की कड़े शब्दों में निंदा की। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मुद्दे पर राज्यसभा में बयान देते हुए कहा कि सदन में गलतबयानी न हो जाए, इसके लिए मैंने एक बार फिर कुलभूषण जाधव की मां से बात की थी।
जाधव की मां ने बताया कि बेटे से मुलाकात से पहले पहले बिन्दी, चूड़ी यहां तक की मंगलसूत्र तक उतरवा लिया गया। मैंने उनसे आग्रह किया कि मंगलसूत्र सुहाग की निशानी है, इससे पहले मैंने इसे कभी नहीं उतारा है। इसे न उतरवाएं, लेकिन वे नहीं माने।
मैं जब बेटे से मिलने पहुंची तो मेले गले में मंगलसूत्र न देखकर उसने अशुभ की आशंका के चलते मुझसे पूछ लिया कि बाबा कैसे हैं? इस दौरान मेरी पीड़ा ऐसी थी, इसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
सुषमा ने कहा कि यह पहले से तय था कि जाधव की मां और पत्नी को मीडिया के सामने नहीं लाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दोनों से पीड़ादायक सवाल पूछे गए। ऐसा करके भी पाकिस्तान ने नियमों का ही उल्लंघन किया।