नई दिल्ली। भारत सहित दुनिया के विभिन्न भागों में आंधी के लगातार बढ़ते दौर को देखते हुए सरकार ने इसके पीछे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन कराने का फैसला किया है। इसके लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने विशेषज्ञों की उच्चस्तरीय समिति गठित की है।
मंत्रालय के सचिव एम राजीवन नायर ने बताया कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में एक ही समय औसतन लगभग 10 हजार स्थानों पर आंधी आती है। उन्होंने कहा कि भारत भी इस प्रभाव से अछूता नहीं है। इससे होने वाले नुकसान और प्रभाव का अध्ययन कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अकसर शोध की विषयवस्तु के दायरे में मानसून ही होता है और बार-बार आने वाली आंधी की घटनाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है। इस दौरान मौसम विभाग ने महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि अध्ययन के लिए गठित समिति बार-बार आंधी आने की घटनाओं पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को भी शामिल करेगी। (भाषा)