श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के हिमालय में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा तक की यात्रा की परंपरागत शुरुआत के दिन आज, रविवार को आषाढ़ पूर्णिमा पर पहलगाम में विशेष पूजा की गई।
छड़ी मुबारक के सेवादार ने बताया, आषाढ़ पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज पहलगाम में वैदिक मंत्रोच्चारण, भूमि पूजन, नवग्रह पूजन, छड़ी पूजन और ध्वजारोहण हुआ। परंपरागत रूप से श्री अमरनाथ जी की यात्रा आज ही के दिन शुरू होती है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि इस वार्षिक यात्रा से पहले होने वाले ए आवश्यक रीति-रिवाज हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा के इस महीने बाद में शुरू होने की उम्मीद है।
सरकार ने यात्रा की शुरूआत की औपचारिक तिथि अभी घोषित नहीं की है। हालांकि मुख्य सचिव बीवी आर सुब्रमण्यम ने शनिवार को कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष की यात्रा सीमित तरीके से संचालित करनी होगी।
कठुआ में नमूने लेने के लिए काउंटर : अमरनाथ यात्रा के लिए केंद्र शासित प्रदेश आने वाले सभी श्रद्धालुओं के पंजीकरण और चिकित्सकीय जांच के लिए नमूना एकत्र करने के उद्देश्य से लखनपुर में विशेष टर्मिनल और काउंटर स्थापित कर रहा है।
जम्मू संभाग के आयुक्त संजीव वर्मा और कठुआ जिला प्रशासन के बीच जम्मू-पठानकोट राजमार्ग से लखनपुर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर हुई चर्चा के दौरान यह फैसला लिया गया।
दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा के दर्शन के लिए इस महीने के अंत से शुरू हो रही यात्रा के मद्देनजर लखनपुर में हो रही तैयारियों का वर्मा के साथ जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने जायजा लिया। कोरोना वायरस की महामारी के चलते इस बार कई पाबंदियों के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा होगी।
इस बीच, रामबन के जिला विकास आयुक्त नजीम जई खान ने कहा कि कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के मद्देनजर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच में निगेटिव आने वाले सेवादारों को ही आयोजक और अधिकारी लंगर लगाने की अनुमति देंगे।