दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बढ़ा आगे, मुंबई में हल्की से मध्यम वर्षा का अनुमान

Webdunia
सोमवार, 13 जून 2022 (22:30 IST)
मुंबई। दक्षिण-पश्चिम मानसून कोंकण क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों एवं मराठवाड़ा के कई क्षेत्रों में आगे बढ़ गया है। एक आईएमडी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों में मध्यम वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

ALSO READ: भारत में इस मानसून अधिक बारिश होने की संभावना
 
अधिकारी ने कहा कि फिलहाल 'मानसून की अग्रिम रेखा' की उत्तरी सीमा नंदुरबार, जलगांव और परभणी है तथा यह अनुकूल मौसम दशाओं के कारण और आगे बढ़ेगी और अगले 48 घंटे अरब सागर, दक्षिण गुजरात, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और दक्षिण मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में मानसून के और आगे बढ़ने के लिए अनुकूल हैं।
 
मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के दौरान कोंकण एवं गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में छिटपुट से व्यापक वर्षा तथा 13 जून को कोंकण एवं गोवा में छिटपुट जगहों पर भारी वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। मुंबई में आसमान में बादल छाए रह सकते हैं और हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। मानसून 2 दिनों की देरी से 11 जून को मुंबई पहुंचा था। सोमवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में मुंबई में 2.73 मिलीमीटर और पश्चिम उपनगर में 0.53 तथा पूर्वी उपनगर में 0.15 मिलीमीटर वर्षा हुई।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold Rate : सस्ता हुआ सोना, कीमतों में 1200 से ज्यादा की गिरावट

भारत को चीन से कोई खतरा नहीं, Sam Pitroda के बयान से Congress का किनारा, BJP ने बताया गलवान के शहीदों का अपमान

Apple का सस्ता मोबाइल, iphone 15 से कम कीमत, मचा देगा तूफान, जानिए क्या होंगे फीचर्स

दिल्ली में आज क्‍यों आया भूकंप, वरिष्‍ठ वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब

Vivo V50 price : दमदार AI फीचर्स, 50 MP कैमरा, वीवो का सस्ता स्मार्टफोन मचाने आया धमाल, जानिए फीचर्स

सभी देखें

नवीनतम

उत्तराखंड हाईकोर्ट का सवाल, लिव-इन का पंजीकरण गोपनीयता पर हमला कैसे?

कनाडा में रनवे पर पलटा विमान, 80 लोग थे सवार

LIVE: महाकुंभ में भगदड़ पर यूपी विधानसभा के बाहर सपा का प्रदर्शन

CEC पद पर ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति से क्यों नाराज हैं कांग्रेस?

जेडी वैंसः यूरोप को चीन और रूस नहीं अपनी नीतियां से खतरा

अगला लेख
More