उधमपुर। उत्तरी कमान के जनरल अफसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट रणबीर सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी सेना जम्मू कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद की ओर खींचने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है।
सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी सेना घाटी के युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया के मंचों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ फैलाया जाना न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का एक विषय है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में शांति और स्थायित्व को बिगाड़ने के लिए जनमत को बदलने के लिए चर्चा और विमर्श विकसित करने की कोशिश कर रहा है।
जम्मू कश्मीर में सक्रिय हैं करीब 450 आतंकवादी : सेना ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में 450 आतंकवादी सक्रिय हैं। पाकिस्तान के समर्थन से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकी ढांचा अब भी मौजूद है और पड़ोसी देश तथा पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 16 आतंकवादी शिविर चल रहे हैं।
फ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि पीर पंजाल (पर्वत श्रृंखला) के उत्तरी इलाके में ज्यादा संख्या में आतंकवादी मौजूद हैं। कश्मीर घाटी में करीब 350 से 400 आतंकवादी सक्रिय हैं। पीर पंजाल के दक्षिण (जम्मू क्षेत्र) में 50 आतंकवादी हैं।
उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि पीओके में आतंकी ढांचा अब भी मौजूद है। पाकिस्तानी सेना सीमापार आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद के प्रयास में एलओसी पर संघर्षविराम उल्लंघन और सुनियोजित तरीके से कुछ क्रियाकलाप करती है।
अधिकारी ने कहा कि पीओके और पाकिस्तान में 16 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं। उत्तरी सेना के कमांडर ने कहा कि उन्हें (आतंकवादियों) प्रशिक्षण दिया जाता है और फिर एलओसी लाया जाता है। इसके बाद वे जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करते हैं। हम इन गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में 191 युवक आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं लेकिन बीते कुछ महीनों में इन संगठनों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में तुलनात्मक रूप से कमी आई है। (भाषा)