नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक हालिया इंटरव्यू में पकौड़ा बेचने को एक तरह का रोजगार बताए जाने पर अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने तंज कसा है। थरूर ने सोमवार सुबह किए ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'न खाऊंगा और न खाने दूंगा' वाली बात याद दिलाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आज पकौड़े की बात करने लगे हैं।
थरूर ने इसके साथ ही अपनी एक खबर भी ट्वीट की जिसमें उन्होंने कहा कि यह भाजपा सरकार का आखिरी बजट होगा और इसलिए वह टैक्स में छूट या निवेश के लिए कुछ प्रोत्साहन के जरिए राजनीतिक संदेश देने की कोशिश करेगी।
शशि थरूर ने ट्वीट किया कि 'जिसने कहा कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा, वे आज पकौड़े की बात करने लगे हैं, वे नहीं समझते कि लोग चाय और पकौड़े इसलिए बेच रहे हैं, क्योंकि रोजगार नहीं है।' थरूर ने इसके साथ ही अपनी एक खबर भी ट्वीट की जिसमें उन्होंने कहा कि यह भाजपा सरकार का आखिरी बजट होगा और इसलिए वह टैक्स में छूट या निवेश के लिए कुछ प्रोत्साहन के जरिए राजनीतिक संदेश देने की कोशिश करेगी।
थरूर ने कहा कि अगर आप हमारी अर्थव्यवस्था पर नजर डालेंगे, जो कि बुरी हालत में है, उसमें वे निवेश के लिए कुछ प्रोत्साहन देना चाहेंगे। शायद वहां कुछ कर छूट होगी, उन्हें किसानों के लिए कुछ करना होगा, जो बुरी अवस्था में हैं।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा चाहती है कि लोग उसे वोट दें तो उसे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मुहैया करना जैसा कुछ करना होगा। गौरतलब है कि एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर कोई आदमी पकौड़े बेचकर शाम को 200 रुपए घर लेकर जाता है, तो उसे रोजगार माना जाएगा या नहीं? प्रधानमंत्री के इस बयान की विरोधियों ने आलोचना भी की थी।