रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम के बारे में कथित विवादास्पद बयान देने वाले शरजील इमाम के बारे में कहा है कि उसने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार से ज्यादा खतरनाक बयान दिया है, साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सीएए को लेकर कांग्रेस भ्रम फैला रही है।
शाह ने मंगलवार को यहां भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय कुशाभाऊ परिसर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी सीएए पर भ्रम फैला रही है, विरोध कर रही है, लोगों को दंगे के लिए उकसा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस देश के मुसलमान भाइयों को (विपक्षी दल) उकसा रहे हैं कि आपकी नागरिकता चली जाएगी।
गृहमंत्री ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल बाबा बताएं कि आप कानून की कौन सी धारा पढ़ रहे हैं जिससे इस देश के मुसलमानों की नागरिकता जाएगी? ये भ्रम फैला रहे हैं और लोगों को डरा रहे हैं।
उन्होंने सीएए के विरोध में शरजील इमाम के कथित भड़काऊ भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि अब शरजील का बयान देखिए। वह कन्हैया कुमार से ज्यादा खतरनाक बोले कि चिकन नेक को काट दो, असम भारत से कट जाएगा। 7 पुश्तें लग जाएंगी तब भी असम, भारत से ऐसे नहीं कटेगा।
दिल्ली के शाहीनबाग में सीएए के विरोध में हो रहे प्रदर्शन से जुड़े इमाम का एक वीडियो सामने आया जिसमें वह कथित तौर पर असम को भारत से अलग करने का बयान दे रहा है। इसके बाद उसके खिलाफ कई राज्यों की पुलिस ने मामले दर्ज किए और उसे मंगलवार को बिहार से गिरफ्तार किया गया।
शाह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल कह रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी को पाकिस्तानी प्यारे हैं। उन्होंने कि केजरीवालजी, हमें देशभक्ति न सिखाओ। हमारा जीवन भारतमाता की जयकारे के साथ शुरू हुआ और उसी के साथ समाप्त होगा
शाह ने कहा कि ये पाकिस्तानी नहीं हैं, हमारे भाई-बंधु हैं, जो उस समय की आपाधापी में यहां नहीं आ पाए थे। अब आ गए हैं, ये प्रताड़ित हैं, दुखी हैं। आप इनको नागरिकता देने से मना कर रहे हैं, क्योंकि आपको वोट बैंक की राजनीति करनी है।
शाह ने कहा कि जेएनयू में 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' के नारे लगे। उन्होंने प्रश्न किया कि क्या भारतमाता के टुकड़े करने के नारे लगाने वालों को जेल में नहीं डाला जाना चाहिए?
गृहमंत्री ने कहा कि भारतीय चाहते थे कि जहां प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था, वहां एक भव्य मंदिर बनना चाहिए। श्रीराम का मंदिर अयोध्या में बने, इसके लिए सारी व्यवस्था हो गई है। 4 महीने के भीतर आसमान को छूने वाले भव्य मंदिर को बनाने की शुरुआत हो जाएगी।