Weather update : राजस्थान के फलौदी में रविवार को तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि देश के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी का कहर रहा। इस भीषण गर्मी के बीच भी लोकसभा चुनाव के छठे चरण में मतदान करने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर आए। अत्यधिक गर्मी ने न केवल देश के उत्तरी मैदानी इलाकों और मध्य क्षेत्रों को बल्कि हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों तथा पूर्वोत्तर में असम और अरुणाचल प्रदेश को भी प्रभावित किया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 1 जून 2019 के बाद से 50 डिग्री सेल्सियस देश में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। राजस्थान के चुरू में 2019 में 50.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
उत्तरप्रदेश, हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी सहित आठ राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में मतदान करने के लिए घरों से बाहर निकलते समय लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा।
दिल्ली में भीषण गर्मी और लू के कारण कुछ मतदाता बेहोश भी हो गए। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ स्थानों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा।
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार 40.5 डिग्री, असम के सिलचर 40, और लामडिंग 43 और अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर 40.5 और पासीघाट 39.6 सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
असम के तेजपुर 39.5, मजबत में 38.6, धुबरी 38.2, उत्तरी लखीमपुर 39.2, और मोहनबाड़ी 38.8 में सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कम से कम 17 स्थानों पर शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज किया गया।
राजस्थान में, बाड़मेर में तापमान 48.8 डिग्री, जैसलमेर में 48 डिग्री और बीकानेर में 47.2 डिग्री तक पहुंच गया। दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 29 मई तक भीषण गर्मी जारी रहेगी। भीषण गर्मी का असर हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय की पहाड़ियों पर भी पड़ेगा।
राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है, जो सभी आयु समूहों के लिए गर्मी की बीमारी और हीटस्ट्रोक की “बहुत अधिक आशंका का संकेत देती है। भाषा