Prayagraj protest : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में छात्रों का धरना प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारी छात्र एक पाली में एक परीक्षा की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन को देखते हुए राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एक साथ परीक्षा के सवाल पर राज्य की सियासत भी गरमा गई है।
मामले पर गरमाई सियासत : समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस ने इस मामले में यूपी सरकार की कड़ी आलोचना की है। सपा का कहना है कि सरकार वन डे वन एक्जाम तक नहीं करा पा रही है। वहीं भाजपा का कहना है कि अभ्यर्थियों को बरगलाया जा रहा है। उपचुनाव में मामले को मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है।
युवाओं की आवाज कुचलने का प्रयास : कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की मनमानी के खिलाफ आवाज उठा रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पहले भी नौकरी की मांग कर रहे युवाओं की आवाज को कुचलने का प्रयास किया गया है।
कांग्रेस के प्रभारी महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रयागराज में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की मनमानी के खिलाफ आवाज उठा रहे छात्रों की बातों को ध्यान से सुना जाना चाहिए। यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा युवाओं की आवाज़ को इस तरह से दबाने का प्रयास कर रही है। इससे पहले भी नौकरी की मांग करने या भर्ती घोटाले एवं पेपर लीक के खिलाफ प्रदर्शन करने पर उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास किया गया है।
क्या बोले अखिलेश यादव : सपा नेता अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि पूरे देश में एक साथ चुनाव तो करवा सकते हैं लेकिन एक प्रदेश में एक साथ परीक्षा नहीं। भाजपा के ढोंग का भंडाफोड़ हो गया है। छात्र कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा! जब भाजपा जाएगी तब नौकरी आएगी।
अखिलेश ने अन्य पोस्ट में कहा कि भाजपा के एजेंडे में सिर्फ चुनाव है और भाजपा राज में अभ्यर्थियों के हिस्से में आया सिर्फ तनाव है। बातें चांद पर पहुँचने की और सोच पाताल की, अब नहीं चलेगी सरकार झूठों और वाचाल की।
मायावती ने भी उठाए सवाल : बसपा प्रमुख मायावती ने भी एक्स पर लगातार पोस्ट कर कहा कि उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस तथा आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक।
उन्होंने सवाल किया कि क्या यूपी के पास एक समय में परीक्षा कराने की बुनियादी सुविधाओं का इतना अभाव है कि पीसीएस आदि जैसी विशिष्ट परीक्षा दो दिन में करानी पड़ रही है। पेपर लीक पर रोक व परीक्षाओं की विश्वसनीयता अहम मुद्दा, जिसके लिए एक बार में ही परीक्षा व्यवस्था जरूरी। सरकार इस ओर ध्यान दे।
बसपा नेता ने कहा कि साथ ही, गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए। इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलाग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर। लोगों को रोजी-रोजगार की सख्त जरूरत है।
Edited By : Nrapendra Gupta