नई दिल्ली। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई क्षेत्र के निदेशक समीर वानखेड़े सोमवार को यहां केंद्रीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
वानखेड़े को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष विजय सांपला से मुलाकात के तुरंत बाद राष्ट्रीय राजधानी के आरके पुरम इलाके में स्थित एनसीबी के मुख्यालय में प्रवेश करते हुए देखा गया।
वानखेड़े ने बैठक के बाद कहा, मैंने आयोग (एनसीएससी) द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज और तथ्य पेश किए। मेरी शिकायत का सत्यापन किया जाएगा और माननीय अध्यक्ष आपको जल्द ही जवाब देंगे।
उन पर आरोप है कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद अनुसूचित जाति के कोटे के तहत आईआरएस अधिकारी के तौर पर नौकरी पाने के लिए जाली जाति प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज दिए। वानखेड़े ने इससे पहले यह साबित करने के लिए सांपला को अपना मूल जाति प्रमाण पत्र दिखाया कि वह एक दलित हैं।
अधिकारियों ने बताया कि वानखेड़े कुछ आधिकारिक काम के सिलसिले में एनसीबी मुख्यालय आए। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या उन्होंने एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान या उप महानिदेशक (उत्तरी क्षेत्र) ज्ञानेश्वर सिंह से मुलाकात की।
वह 26 अक्टूबर को भी एनसीबी मुख्यालय आए थे। अधिकारियों ने बताया था कि मुंबई एनसीबी के निदेशक एक समीक्षा बैठक के सिलसिले में आए थे। सिंह क्रूज जहाज पर मिले मादक पदार्थ मामले में वसूली के आरोपों की विभागीय जांच कर रहे हैं।
इस मामले में वानखेड़े और उनकी टीम ने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और सात अन्य को तीन अक्टूबर को मुंबई में गिरफ्तार किया था। मामले में अभी तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।(भाषा)