लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से निकाले गए मौलाना सलमान नदवी पर आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के नजदीकी रहे अमरनाथ मिश्र ने अयोध्या मामले को लेकर रिश्वत मांगने का गम्भीर आरोप लगाया है।
मिश्र ने दावा किया कि नदवी ने राज्यसभा की सदस्यता, दो सौ एकड़ जमीन और करोड़ों रुपए की मांग की थी। दूसरी ओर, नदवी ने मिश्र के आरोपों को बेबुनियाद और हास्यास्पद बताते हुए कहा कि उन पर साजिशन आरोप लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह का आरोप लगाकर उनकी प्रतिष्ठा को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। उनकी तो श्मिश्र से कभी मुलाकात ही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह देश के नामीगिरामी मौलानाओं के साथ यहां बैठक करेंगे। बैठक में पूरे देश से मौलानाओं को आमंत्रित किया जाएगा।
उधर, अयोध्या के मंदिर मस्जिद विवाद का बातचीत से हल निकालने के लिए आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर आगामी 12 मार्च को हिन्दू और मुस्लिम धर्माचार्यो से मुलाकात करेंगे। श्रीश्री के नजदीकी और पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. एस पी सिंह ने इसी सिलसिले में एक दिन पहले अयोध्या का दौरा किया था। उन्होंने हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञानदास और कुछ अन्य लोगों से मुलाकात की थी।
सिंह के अनुसार श्रीश्री चाहते हैं कि इस मामले का हल भी निकल आए और लोगों के दिलों में दूरियां न बढ़े। शांतिपूर्वक हल निकलने से समाज और देश सभी का भला होगा।
उन्होंने दावा किया कि अयोध्या में श्रीश्री को पूरा समर्थन मिल रहा है। अयोध्या के लोग चाहते हैं कि इस मुद्दे का शांतिपूर्ण हल निकले। उन्होंने कुछ मुस्लिमों के श्रीश्री रवि की बैठकों का बहिष्कार किए जाने सम्बन्धी खबरों को गलत बताया और कहा कि शांतिपूर्वक हल सभी चाहते हैँ। ऐसे में विरोध की बात कहां आती है।
इस बीच, फैजाबाद के कुछ लोगों का मत है कि श्रीश्री अयोध्या स्थानीय लोगों का मन टटोलने आते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र प्रताप सिंह दावा करते हैं कि श्रीश्री चर्चा बने रहने के साथ ही यह भी जानने आते हैं कि निर्णायक दौर में पहुंच रहे इस मुकदमें के फैसले के बाद अयोध्या और उसके आसपास के लोगों की मन स्थिति क्या रहेगी। (वार्ता)