परभणी। श्री साईं बाबा जन्मभूमि पाथरी संस्थान के सदस्यों ने अपने गांव में साईंबाबा की जन्मस्थली होने के दावे को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में गुरुवार को फैसला लिया गया।
एक्शन कमेटी के अध्यक्ष और कार्यकारी परिषद के सदस्य बाबाजॉनी दुर्रानी के अनुसार 1968 के सरकार राजपत्र में साईंबाबा की जन्मस्थली पाथरी में होने के प्रमाण मिले हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनके पास 29 विभिन्न तरह के प्रमाण हैं, जो साबित करते हैं कि साईंबाबा की जन्मस्थली पाथरी में है।
दुर्रानी ने कहा कि हमने इस मामले की सुनवाई के लिए न्यायिक तरीका अपनाने का फैसला किया है। वकीलों का एक समूह पाथरी का दौरा करेगा और अगले हफ्ते याचिका दायर करेगा। हमें इसकी परवाह नहीं कि पाथरी के लिए कोई सरकारी मदद मिलेगी या नहीं, लेकिन हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
विधायक जिंतुर सेलू ने गुरुवार को साईंबाबा की जन्मस्थली को पाथरी से बदलकर ‘साईं धाम’ करने की मांग की।