Telangana tunnel accident: बचावकर्मी दुर्घटना स्थान तक पहुंचने में कामयाब रहे, फंसे लोगों का पता नहीं लगा

तेलंगाना के नगरकुरनूल में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग के निर्माणाधीन खंड के ढहने के कारण पिछले 5 दिन से उसमें फंसे 8 लोगों को बचाने में शामिल विशेषज्ञों की एक टीम सुरंग के अंतिम छोर तक पहुंचकर वहां से लौटने में कामयाब रही।

SLBC tunnel
वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 26 फ़रवरी 2025 (11:54 IST)
SLBC tunnel accident: तेलंगाना के नगरकुरनूल में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग के निर्माणाधीन खंड के ढहने के कारण पिछले 5 दिन से उसमें फंसे 8 लोगों को बचाने में शामिल विशेषज्ञों की एक टीम सुरंग के अंतिम छोर तक पहुंचकर वहां से लौटने में कामयाब रही। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सुरंग में कीचड़ और मलबे के कारण कई टीम अब तक सुरंग के अंतिम छोर से 50 मीटर पहले तक पहुंच पाई थीं।ALSO READ: तेलंगाना के मंत्री ने कहा, सुरंग में फंसे 8 लोगों के बचने की संभावना अब बहुत कम
 
नगरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वैभव गायकवाड़ ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और रैट मानइनर्स (हाथ पर्वतीय क्षेत्र में खुदाई में महारत रखने वाले विशेषज्ञ व्यक्तियों) सहित 20 सदस्यों की एक टीम (सुरंग) के अंतिम बिंदुओं तक पहुंचने में सक्षम रही। वहां बहुत मलबा था। वहां कैसे पहुंचा जाए, इस पर वे काम कर रहे हैं।
 
40 मीटर तक (सुरंग के अंत से पहले) पहुंचने में सक्षम रहे थे : अधिकारी ने कहा कि 1 दिन पहले वे 40 मीटर तक (सुरंग के अंत से पहले) पहुंचने में सक्षम रहे थे। कल वे इसके (40 मीटर के) पार पहुंच गए। गायकवाड़ ने कहा कि टीम ने स्थान पर खोज की लेकिन कल रात कुछ भी नहीं मिला। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की टीम ने नमूने एकत्र किए हैं लेकिन उसने मिट्टी की ताकत और अन्य पर अपनी रिपोर्ट अभी प्रस्तुत नहीं की है।ALSO READ: तेलंगाना की सुरंग में फंसे 8 लोगों को बचाने की जंग, मलबे से बढ़ी रेस्क्यू टीम की मुश्किल
 
सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, जीएसआई और अन्य एजेंसियों के शीर्ष विशेषज्ञ एसएलबीसी सुरंग के निर्माणाधीन खंड के ढहे हुए हिस्से में गाद और पानी के निरंतर प्रवाह के बीच जान के जोखिम के बावजूद लगातार बचाव कार्य में जुटे हैं। बुधवार को बचाव कार्य जारी रहने की संभावना है।
 
सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों को संबोधित किया और विशेषज्ञों का हवाला देते हुए इसे दुनिया में या कम से कम भारत में सबसे जटिल एवं कठिन सुरंग बचाव अभियान बताया, क्योंकि एसएलबीसी सुरंग में केवल एक ही प्रवेश या निकास मार्ग है।ALSO READ: सुरंग में फंसी 8 जिंदगियां, तेलंगाना CM से क्या बोले राहुल गांधी?
 
मंत्री ने कहा था कि फंसे हुए व्यक्तियों के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया है, हालांकि पंप की मदद से सुरंग में ऑक्सीजन की लगातार आपूर्ति की जा रही है। एसएलबीसी सुरंग के एक निर्माणाधीण खंड का हिस्सा 22 फरवरी को ढह जाने के बाद परियोजना पर काम करने वाले 8 कर्मी सुरंग में फंस गए।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख