मथुरा। कान्हा के जन्मदिवस पर आज दुनिया भर के श्रद्धालु ब्रजमण्डल की सड़कों पर इस प्रकार उमड़ते दिखाई दिए, मानों वे आज हर कीमत पर अपने प्रिय की एक झलक पा लेना चाहते हों।
विशेषकर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर परिसर, ठा. द्वारिकाधीश मंदिर, वृन्दावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर, इस्कॉन के कृष्ण-बलराम मंदिर, ठा. राधारमण मंदिर, ठा. राधावल्लभ मंदिर, प्रेम मंदिर आदि अनेक मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया था।
सुबह से ही श्रद्घालुओं के टोल के टोल उमड़ने शुरु हो गए थे। मथुरा की ओर आने वाले हर रास्ते पर वाहनों की कतारें लगी हुई थीं तो शहर में श्रीकृष्ण जन्मस्थान व द्वारिकाधीश मंदिर की ओर जाने वाले हर रास्ते पर दर्शनार्थी पैदल ही मार्च करते नजर आ रहे थे।
जन्मोत्सव के कार्यक्रमों की शुरुआत श्रीकृष्ण जन्मस्थान भगवान के समक्ष शहनाई और नगाड़ा वादन के साथ मंगला आरती से हुई। तदोपरांत पंचामृत अभिषेक एवं पवित्र स्त्रोतों का पाठ एवं पुष्पार्चन संपन्न हुआ।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान एवं श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास एवं ब्रज के विख्यात संत काष्र्णि स्वामी गुरुशरणानंद महाराज के सानिध्य में पूर्वाह्न 11 बजे लीलामंच पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम से हुई।
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर जन्मस्थान परिसर में स्थित भगवान की प्राकट्य भूमि एवं कारागार के रूप में प्रसिद्घ गर्भगृह के मूल स्वरूप में बिना कोई परिवर्तन किए दिव्य स्वरूप प्रदान किया गया था, जिसके दर्शन करने के लिए भी श्रद्घालुओं में विशेष लालसा देखी गई।
इस बीच, सांयकाल नगर में अखिल भारतीय यादव महासभा की युवा शाखा एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में शहर में दो अलग-अलग झांकियां निकाली गईं, जिनका श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा एवं आरती कर भव्य स्वागत किया। शहर में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीकृष्ण जन्मस्थान जाने वाले प्रत्एक मार्ग पर कई स्थानों पर बैरीकेडिंग कर बड़े वाहनों को एक दिन पहले से ही रोक दिया गया था तो गुरुवार को उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए छोटे वाहन भी मुख्य मंदिर के एक किलोमीटर के दायरे में प्रतिबंधित कर दिए गए थे।
इसी प्रकार जन्मस्थान के अलावा हर रास्ते पर जूता घर व अमानती सामान घर बनाए गए थे। जन्मस्थान पर मोबाइल, कैमरा, रिमोट की रिंग, थला, माचिस, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, चाकू, ब्लेड आदि लाने पर पूर्ण प्रतिबंध था।
इस मौके पर जिला प्रशासन ने हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा का चाक-चौबंद इंतजाम किया था। सभी सरकारी अस्पतालों सहित कई निजी डिस्पेंसरियों व नर्सिंग होमों को चिन्हित कर 24 घण्टे आपातकालीन सेवाएं दिए जाने की व्यवस्था की गई थी।
जिलाधिकारी निखिल चंद्र शुक्ला एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर एवं अन्य संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा एवं व्यवस्था का लगातार जायजा लेते रहे। आगरा रेंज व जोन के वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार संपर्क में बने रहकर पल-पल की स्थिति से अवगत होते रहे। (भाषा)