नई दिल्ली। इंटरपोल ने भगोड़े अरबपति मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि चोकसी पर अपने भानजे नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को 13,000 करोड़ रुपए का चूना लगाने का आरोप है।
अधिकारियों ने बताया कि इंटरपोल ने सीबीआई के अनुरोध पर बुधवार को चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। चोकसी अभी तक अपने खिलाफ मामले को राजनीतिक प्रकृति का बताकर भारतीय एजेंसियों की जांच के दायरे में आने से बच रहा था। रेड कॉर्नर नोटिस एक प्रकार का अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट है। इसमें इंटरपोल अपने सदस्य देशों से अन्य सदस्य देश में वांछित भगोड़े अपराधी को पकड़ने, हिरासत में लेने को कहता है।
जनवरी 2018 में अपने भानजे नीरव मोदी के साथ देश छोड़कर भागने वाले गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक चोकसी (59), उसकी पत्नी अमी मोदी और भाई निशाल मोदी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली है। सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि इंटरपोल ने सीबीआई के अनुरोध पर मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
सूत्रों ने बताया कि चोकसी ने उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के सीबीआई के अनुरोध को चुनौती देते हुए मामले को राजनीतिक षड्यंत्र का परिणाम बताया था। चोकसी ने भारत में जेल के हालात, व्यक्तिगत सुरक्षा और स्वास्थ्य पर भी सवाल उठाए थे।
सूत्रों ने बताया कि यह मामला 5 सदस्यीय इंटरपोल समिति कोर्ट 'कमीशन फॉर कंट्रोल ऑफ फाइल्स' के पास पहुंचा। उसने चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का रास्ता साफ कर दिया। सीबीआई ने पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और चोकसी दोनों के खिलाफ अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किए हैं।
अपने आरोपपत्र में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि पीएनबी के 13,000 करोड़ रुपए के घोटाले में से चोकसी ने 7.080.86 करोड़ रुपए की और नीरव मोदी ने 6,000 करोड़ रुपए की हेराफेरी की है। (भाषा)