नई दिल्ली। बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि जनता दल यू के दो सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। लेकिन इस बार पूर्व अध्यक्ष शरद यादव को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने जा रही है।
लालू से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश से उनकी नाराजगी की खबरों की एक वजह यह भी बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार की तरफ से मंत्री बनाने के लिए पूर्व संपादक और राज्यसभा सांसद हरिवंश और राज्यसभा के ही सांसद आरपी सिंह का नाम भेजा गया है। इन दिनों हरिवंश की जहां नीतीश से नजदीकी है, वहीं आरसीपी सिंह नीतीश के सहयोगी रह चुके हैं। आरसीपी सिंह इन दिनों जनता दल यू के महासचिव हैं।
नीतीश के एनडीए में शामिल होने के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव में वेंकैया नायडू का पलड़ा भारी हो गया है।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार के राज्यसभा में दस और लोकसभा में दो सांसद हैं। इस लिहाज से अब वेंकैया के बारह वोट बढ़ गए हैं। वैसे तो उपराष्ट्रपति चुनाव में आंकड़ा भारतीय जनता पार्टी के ही पक्ष में है। इसके बावजूद बिहार के बदले घटनाक्रम में भाजपा को बारह और वोटों का फायदा हो गया है।