नई दिल्ली। ससमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि पैरामिलिट्री फोर्स सरकार से दुखी है। वोट के लिए जवान मार दिए गए। जम्मू और श्रीनगर के बीच चेकिंग नहीं की थी। जवानों को सादी बस में भेजा गया, ये साजिश थी। इससे आगे उन्होंने कहा कि इस साजिश के बारे में अभी कुछ नहीं कहना चाहता हूं लेकिन जब सरकार बदलेगी, इस मामले की जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।
चुनावी माहौल के बीच पुलवामा हमले का मुद्दा एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गया है। रामगोपाल यादव ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए आतंकी हमले को साजिश बताते हुए मौजूदा सरकार को घेरा है और कहा है कि वोट के लिए जवानों को मार दिया गया। यहां तक कि उन्होंने यह भी कह दिया कि जब सरकार बदलेगी तो इस मामले की जांच की जाएगी, तब बड़े-बड़े लोग इसमें फंसेंगे।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जम्मू से श्रीनगर जा रहे सीआरपीएफ जवानों का 70 से ज्यादा गाड़ियों का काफिल जा रहा था। इसी दौरान विस्फोटक से भरी एक कार ने टक्कर मारी थी, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। हमले के बाद तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर जवानों के खून पर राजनीति करने का आरोप लगाया था। जबकि कुछ नेताओं ने बड़े अधिकारियों के नाम पर भी सवाल उठाए थे। अब समाजवादी पार्टी नेता ने साफ शब्दों में पुलवामा हमले को साजिश बताते हुए इसकी जांच करने की बात कही है।
होली मिलन कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, 'पैरामिलिट्री फोर्स सरकार से दुखी हैं। वोट के लिए जवान मार दिए गए. जम्मू-श्रीनगर के बीच चेकिंग नहीं की थी. जवानों को सादी बस में भेजा गया, ये साजिश थी।' इससे आगे उन्होंने कहा कि इस साजिश के बारे में अभी कुछ नहीं कहना चाहता हूं लेकिन जब सरकार बदलेगी, इस मामले की जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे। रामगोपाल यादव से पहले पश्चिम बंगाल से भी मोदी सरकार के खिलाफ ऐसी आवाज उठ चुकी है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर शहीद जवानों के खून से राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार को पुलवामा हमले के बारे में पहले से जानकारी थी, लेकिन फिर भी जवानों को सड़क मार्ग की जगह हवाई मार्ग से नहीं भेजा गया. ममता के उस गंभीर आरोप के बाद अब रामगोपाल यादव ने एक कदम आगे बढ़ते हुए यह भी कह दिया कि मई में जब सरकार बदलेगी को इस केस की जांच की जाएगी और इस मामले में बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।