Rajnath meets soldiers in Rajouri: पुंछ-राजौरी इलाके में 4 सैनिकों की शहादत और 3 स्थानीय नागरिकों की मौत की घटनाओं के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर जम्मू कश्मीर पहुंचे। उन्होंने राजौरी में सैनिकों के बलिदान और शौर्य की सराहना की, वहीं उन्हें नसीहत भी दी।
राजनाथ ने राजौरी में सैनिकों की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए हर सैनिक महत्वपूर्ण है। सभी देशवासियों में भी यही भावना होनी चाहिए कि हर सैनिक हमारे परिवार के समान है। उन्होंने कहा कि बलिदान की कोई भी कीमत नहीं चुकाई जा सकती। सरकार आप लोगों के साथ खड़ी है। हम आपके अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता के कायल हैं। भारतीय सेना पहले की तुलना में और ताकतवर हुई है।
नहीं होनी चाहिए चूक : तीन नागरिकों की मौत का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए राजनाथ ने कहा कि आपके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। कभी-कभी चूक होती है, मगर इस प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए, जिससे भारतवासी आहत हों। आप देशवासियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहें।
आतंकवाद विरोधी अभियान की सुरक्षा : अधिकारियों ने बताया कि सिंह का हवाई अड्डे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने स्वागत किया। सिंह के साथ सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भी मौजूद थे। जम्मू हवाई अड्डे पर पहुंचने के तुरंत बाद रक्षा मंत्री राजौरी-पुंछ सेक्टर के लिए रवाना हो गए, जहां उन्होंने सुरक्षा स्थिति और आतंकवाद विरोधी अभियान की समीक्षा की।
पुंछ के बफलियाज में 21 दिसंबर को ढेरा की गली और धत्यार मोड़ के बीच घात लगाकर किए गए हमले के बाद क्षेत्र में आतंकवाद निरोधक अभियान जारी है। क्षेत्र में जारी आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान 22 दिसंबर को तीन लोग मृत पाए गए थे, जिनकी उम्र 27 से 42 वर्ष के बीच थी।
इसके बाद यह आरोप लगने से लोगों में आक्रोश फैल गया कि उन्हें आतंकवादी हमले के बाद पूछताछ के लिए सेना ने उठाया था। रक्षामंत्री के दौरे के मद्देनजर पूरे जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala