Rajkot Gaming Zone Fire Case : गुजरात के राजकोट शहर की एक अदालत ने यहां गेम जोन में लगी आग के सिलसिले में गिरफ्तार 3 लोगों को सोमवार को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। रिमांड का मुख्य आधार यह था कि गिरफ्तार आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनसे जो भी सवाल पूछे जाते हैं, वे उनका गोलमोल जवाब दे रहे हैं। इस हादसे में 27 लोगों की जान चली गई थी।
विशेष लोक अभियोजक तुषार गोकानी ने कहा कि अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट बीपी ठाकर की अदालत ने युवराज सिंह सोलंकी, नितिन जैन और राहुल राठौड़ को दो सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। गोकानी ने कहा कि 14 दिन की रिमांड का मुख्य आधार यह था कि गिरफ्तार आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनसे जो भी सवाल पूछे जाते हैं, वे उनका गोलमोल जवाब दे रहे हैं। अभियोजन पक्ष ने अदालत को यह भी बताया कि मामले के अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं।
गोकानी ने कहा कि जब कुछ दस्तावेजों के बारे में पूछा गया तो आरोपियों ने दावा किया कि वे आग में जल गए हैं। उन्होंने कहा, हमने अदालत को बताया कि मुख्य आरोपी फरार हैं और गिरफ्तार आरोपी जांच एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं।
विशेष लोक अभियोजक ने कहा कि आरोपी सोलंकी ने अदालत के सामने यह व्यक्त करने के लिए दिखावा करने की कोशिश की कि जो कुछ भी हुआ उसके लिए उन्हें पछतावा है। उन्होंने कहा, जब वह अदालत में दाखिल हुए तो उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की कि उन्हें घटना पर पछतावा है और सभी को लगा कि वह रो रहे हैं। पांच मिनट के बाद, वह हंस रहे थे और अदालत में बहस कर रहे थे।
राजकोट में 25 मई को गेम जोन में आग लगने से बच्चों सहित 27 लोगों की मौत के बाद टीआरपी गेम जोन के छह साझेदारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य प्रासंगिक प्रावधानों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। (भाषा)