मुंबई। एमएनएस नेता राज ठाकरे का गुस्सा भी परेल एलफिन्सटन रेलवे ब्रिज हादसे के बाद भड़क उठा है। उन्होंने सरकार को धमकी देते हुए कहा कि अगर रेलवे ने यहां बुनियादी ढांचे में सुधार नहीं किया, तो वह मुंबई में बुलेट ट्रेन का काम शुरू नहीं होने देंगे।
राज ठाकरे ने कहा, मुंबई में मैं बुलेट ट्रेन का एक ब्लॉक भी नहीं रखने दूंगा। उन्होंने कहा कि अगर मोदी बुलेट चाहते हैं, तो गुजरात में जाकर शुरू करें, मुंबई में नहीं। अगर उन्होंने बल का इस्तेमाल किया, तो हम भी देखेंगे क्या करना है?
राज ठाकरे ने कहा कि अगर इतनी बड़ी संख्या में दूसरे प्रांतों के लोग मुंबई आते रहे तो शहर में ऐसी भगदड़ होती रहेगी। उन्होंने कहा कि दूसरे क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों की भारी भीड़ के कारण बुनियादी ढांचा संबंधी सुविधाएं चरमराती रही हैं।
ठाकरे ने कहा कि उनके पार्टी के नेता बाला नंदगांवकर ने पूर्व में अधिकारियों को भगदड़ वाली जगह पर एक नया ओवरब्रिज बनाने के लिए पत्र लिखा था लेकिन उनके सुझाव पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और इसकी बजाए नंदगांवकर को एमएमआरडीए से संपर्क करने को कहा गया।
उन्होंने कहा कि काकोदकर समिति ने रेलवे के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एक लाख करोड़ रुपए के व्यय का प्रस्ताव आगे किया था लेकिन उस पर किसी ने अमल नहीं किया और इसकी बजाए बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्यान्वयन हो रहा है जिसपर उतना ही खर्च आ रहा है।
मनसे नेता ने कहा, 'हमें बुलेट ट्रेन चाहिए या बुनियादी रेल ढांचे में सुधार।' उन्होंने चरमराती रेल सेवा पर चुप्पी साधने के लिए भाजपा सांसद किरीट सोमैया पर भी निशाना साधा।
राज ठाकरे ने कहा कि भाजपा जब सरकार में होती है, तो चुप रहती है और विपक्ष में होती है तो प्रदर्शन करती है। मैंने भी लोकल ट्रेन में सफर किया है। स्टेशनों पर बहुत कम जगह है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के परेल एलफिन्सटन रेलवे ब्रिज पर भगदड़ मचने से कम से कम 22 लोगों की मौत और 50 लोगों के घायल हो गए।