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Weather Update: 24 राज्यों में बारिश की चेतावनी, भूस्खलन और बादल फटने से बढ़ी 2 राज्यों में परेशानी

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नई दिल्ली , गुरुवार, 17 अगस्त 2023 (08:59 IST)
Weather Update: उत्तराखंड (Uttarakhand) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में एक बार फिर से Monsoon के सक्रिय होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां लगातार बारिश और बादल फटने (Cloudburst) की घटनाओं की वजह से भारी नुकसान देखने को मिल रहा है। आईएमडी के अनुसार 24 राज्यों में बारिश वर्षा जारी रहेगी।
 
दोनों ही पहाड़ी राज्यों में बारिश, बादल फटने की घटनाओं और भूस्खलन (Landslide) लोगों के लिए जानलेवा बन रहे हैं। बड़ी-बड़ी बिल्डिंगें ताश के पत्तों की तरह बह जा रही हैं। पेड़ों के गिरने की वजह से भी मकानों को नुकसान पहुंच रहा है और लैंडस्लाइड के कारण सड़कें बंद पड़ी हैं।
 
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी दिल्ली में आज यानी गुरुवार 17 अगस्त को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। दिल्ली के लोगों को आज सूरज की तपिश से राहत मिल सकती है, क्योंकि आसमान में बादलों की आवाजाही दिनभर चलती रहेगी। कल यानी शुक्रवार 18 अगस्त को दिल्ली-NCR में मौसम साफ रहेगा और यहां के लोगों को शनिवार 19 अगस्त से बारिश का नया दौर देखने को मिल सकता है।
 
उत्तराखंड के चमोली में मकान ढहने से 2 लोगों की मौत : उत्तराखंड के मदमहेश्वर धाम में भारी बारिश के कारण पुल बहने से वहां फंसे सभी 293 लोगों को बाहर निकालने का अभियान बुधवार को पूरा हो गया। बचाए गए लोगों में ज्यादातर श्रद्धालु हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
उन्होंने बताया कि चमोली जिले के हेलंग में मकान ध्वस्त होने से 2 सगे भाइयों की मृत्यु हो गई और 5 अन्य घायल हो गए जबकि पौड़ी जिले के मोहनचट्टी में 2 दिन पहले एक रिजॉर्ट पर भूस्खलन के बाद मलबा गिरने से दबे सभी लोगों के शव बरामद हो गए।
 
रूद्रप्रयाग जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मदमहेश्वर धाम में राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) तथा पुलिस द्वारा चलाया गया बचाव और राहत अभियान पूरा हो गया है और वहां फंसे ज्यादातर श्रद्धालुओं समेत सभी 293 लोगों को 'रोप रिवर क्रॉसिंग मेथड' तथा हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित निकाल लिया गया है।
 
सोमवार सुबह अतिवृष्टि के कारण 11,473 फीट की ऊंचाई पर स्थित मदमहेश्वर पैदल मार्ग पर बणतोली में गौंडार पुल टूटने तथा वहां पहुंचने वाले मार्ग का एक हिस्सा ध्वस्त होने से लोग फंस गए थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार पूरे दिन अभियान चलाकर 52 श्रद्धालुओं को 'रोप रिवर क्रॉसिंग मेथड' से बाहर निकाल लिया गया था जबकि बुधवार को मौसम साफ होने पर हेलीकॉप्टर के जरिए 190 तथा 'रोप रिवर क्रॉसिंग मेथड' से 51 लोगों को बाहर निकाला गया।
 
मदमहेश्वर में फंसे इन लोगों में ज्यादातर श्रद्धालु थे जबकि इनमें कुछ स्थानीय लोग भी शामिल थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मदमहेश्वर मंदिर से तकरीबन 6-7 किलोमीटर नीचे नानू नामक स्थान पर स्थानीय लोगों व महिलाओं की मदद से वैकल्पिक व अस्थायी हेलीपैड तैयार किया गया ताकि हेलीकॉप्टर के जरिए बचाव कार्य चलाया जा सके।
 
हेलीपैड तक लोग पैदल पहुंचे और वहां से उन्हें हेलीकॉप्टर द्वारा रांसी गांव तक छोड़ा गया, जहां से उन्होंने सड़क मार्ग से वापसी की। पंच केदार में से एक मदमहेश्वर धाम के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। धाम के बारे में मान्यता है कि यहां पांडवों ने तपस्या की थी।
 
उधर चमोली जिले के हेलंग गांव में अलकनंदा के तट पर मंगलवार रात एक दोमंजिला मकान ध्वस्त होने से उसके मलबे में दबकर 2 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई तथा 5 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि 2 घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर उपचार के लिए हेली एम्बुलेंस से एम्स ऋषिकेश भेजा गया।
 
हेलंग बाजार के समीप विष्णुगाड़ क्रेशर के पास हुई दुर्घटना की सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और पुलिस ने रातभर अभियान चलाया और मलबे में दबे 7 लोगों को बाहर निकाला। दुर्घटना में मारे गए दोनों व्यक्ति सगे भाई हैं जिनकी पहचान नेपाली नागरिक 19 वर्षीय अनमोल भंडारी तथा उसके 21 वर्षीय भाई प्रिंस भंडारी के रूप में हुई है।
 
घायलों में से 2 जोशीमठ के पिलखी भेंटा गांव के रहने वाले भरत सिंह नेगी (46) तथा जोशीमठ के ही पल्ला जखोली के रहने वाले मनीष पंवार (27) की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हेली एम्बुलेंस से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश भेजा गया।
 
उधर पुलिस ने बताया कि पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र के मोहनचट्टी में एक रिजॉर्ट पर सोमवार तड़के भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद मलबा गिरने से उसमें दबे हरियाणा के कुरूक्षेत्र के एक परिवार के शेष 3 लापता सदस्यों के शव भी बरामद हो गए।
 
हादसे में 6 लोग लापता हो गए थे जिनमें से 1 बालिका कृतिका वर्मा (10) को उसी समय सुरक्षित निकाल लिया गया था जबकि 1 अन्य व्यक्ति विशाल उर्फ मोंटी वर्मा (24) का शव घटना वाले दिन तथा 2 अन्य शव, निशा वर्मा (37) और कमल वर्मा (36) का शव मंगलवार को बरामद हुए थे। निशान्त वर्मा (18) और निर्मित वर्मा (10) के शव बुधवार को बरामद हुए।
 
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पंजाब में बाढ़ से बचाव कार्य जारी : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार बाढ़ की स्थिति पर पैनी नजर रख रही है तथा बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान जारी है।
 
अधिकारियों ने बताया कि भाखड़ा और पोंग बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद तीनों जिलों के कई इलाकों में जलभराव हो गया। उन्होंने बताया कि सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध और ब्यास नदी पर पोंग बांध (दोनों हिमाचल प्रदेश में हैं) अपने-अपने जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद भरे हुए हैं।
 
पंजाब में एक महीने से अधिक समय में दूसरी बार बाढ़ आई है। 9 से 11 जुलाई के बीच राज्य में हुई बारिश से पंजाब के कई हिस्से प्रभावित हुए जिससे बड़े पैमाने पर कृषि क्षेत्रों और अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया और जनजीवन प्रभावित हुआ।
 
मान ने कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सरकार हालात पर नजर रख रही है। उन्होंने अपने मंत्रियों से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि पंजाब सरकार अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण हिमाचल प्रदेश सरकार और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के साथ लगातार संपर्क में है।
 
मान ने कहा कि पोंग बांध और रणजीत सागर बांध पर भी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और लोगों के जान माल की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में राहत प्रयासों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
 
पंजाब सरकार ने सोमवार को एक परामर्श में गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन जिलों के निवासियों से कहा था कि वे ब्यास नदी के पास न जाएं, क्योंकि यह निर्णय लिया गया था कि पोंग बांध से पानी छोड़ा जाएगा। बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद यह निचले इलाकों और ब्यास तथा सतलुज नदियों के किनारे स्थित कई गांवों में भी घुस गया। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ के पानी के कारण कई स्थानों पर खेतों में लगी फसलें भी डूब गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि कई ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
 
कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह और ब्रह्मशंकर जिम्पा ने होशियारपुर जिले के टांडा और मुकेरियां में बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लिया। सिंह ने पत्रकारों से कहा कि बचाव अभियान जारी है और लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नौकाएं तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और खनन विभाग ब्यास नदी के किनारे तटबंधों की दरारों को भरने में लगे हुए हैं।
 
पंजाब के शिक्षामंत्री और आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत सिंह बैंस ने रूपनगर जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि आनंदपुर साहिब के हरसा बेला और पट्टी दुलची गांवों में फंसे लोगों को बचाया गया। बैंस ने सतलुज नदी के किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। वहीं भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने बुधवार को कहा कि वह जलाशयों में पानी को सुरक्षित स्तर तक ले जाने के लिए अगले 4 से 5 दिनों तक नियंत्रित तरीके से अतिरिक्त पानी छोड़ेगा।
 
बीबीएमबी सचिव सतीश सिंगला ने यहां पत्रकारों को बताया कि भाखड़ा और पोंग जलाशयों में पानी के भारी प्रवाह के बाद बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को भाखड़ा और पोंग बांधों में जल स्तर क्रमश: 1,677 फीट और 1,398 फीट था। इस बात पर जोर देते हुए कि बांधों की सुरक्षा को भी देखा जाना चाहिए, सिंगला ने कहा कि पानी छोड़ने के संबंध में कोई भी निर्णय पंजाब सरकार के परामर्श से लिया जाता है।
 
ओडिशा में आकाशीय बिजली गिरने से 5 की मौत : भुवनेश्वर से प्राप्त समाचार के अनुसार ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और 7 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
उन्होंने कहा कि बालासोर जिले के जलेस्वर और बस्ता इलाके में बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई और करीब 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मयूरभंज जिले से मिली खबर के अनुसार बिजली गिरने से 1 महिला की मृत्यु हो गई और उसकी बेटी चोटिल हो गई। इसी तरह भद्रक जिले की खेरांग पंचायत में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं 2 अन्य घायल हो गए। घायलों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
 
औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ हिमालय की तलहटी से होकर गुजर रही है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम उत्तरप्रदेश और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बांग्लादेश और उससे जुड़े इलाकों पर बना हुआ है। एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज गुरुवार को सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या 2 स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश विदर्भ, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
 
हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, पूर्वी राजस्थान, कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, तेलंगाना और तटीय आंध्रप्रदेश में कुछ स्थानों पर और तमिलनाडु में एक या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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