रेलवे बोर्ड ने एक बड़ा फैसला करते हुए तय किया है कि महिला कोटे के तहत इस्तेमाल नहीं होने वाली सीटों को पहले वेटिंग लिस्ट की महिला यात्रियों और उसके बाद वरिष्ठ नागरिकों को दिया जाएगा।
वर्तमान में यह कोटा चार्ट बनने के समय तक बुकिंग के लिए खुला रहता है और उसके बाद कोटे की बची हुई सीटों को वेट-लिस्ट के यात्रियों के लिए छोड़ दिया जाता है। इस दौरान सीटों का आवंटन लैंगिक आधार पर नहीं होता।
रेलवे बोर्ड ने 15 फरवरी के एक सर्कूलर के मुताबिक चार्ट बनने के समय महिला यात्रियों के लिए कोटे की अप्रयुक्त सीटों को पहले वेटिंग लिस्ट की महिला यात्रियों को दिया जाए और बाद में वरिष्ठ नागरिकों को।
साथ ही इसमें कहा गया है कि अगर ऐसा कोई भी यात्री नही है और सीट खाली रहती है तो ट्रेन में मौजूद टिकट की जांच करने वाला स्टाफ सीट को किसी अन्य महिला यात्री या वरिष्ठ नागरिक को देने के लिए अधिकृत होगा।